अकाउंटेंट कैसे बने? पूरी प्रक्रिया, योग्यता और कोर्स की जानकारी

अगर आप Commerce स्ट्रीम से हैं और किसी ऐसे करियर की तलाश में हैं जो स्थिर, सम्मानजनक और हर क्षेत्र में आवश्यक हो — तो “अकाउंटेंट” का नाम जरूर सामने आता है।

एक अकाउंटेंट किसी भी संस्था, कंपनी या सरकारी विभाग की रीढ़ होता है — जो पैसे का लेखा-जोखा संभालता है, टैक्स मैनेज करता है और फाइनेंशियल रिकॉर्ड को सटीक रखता है।

आज के समय में हर बिज़नेस, बैंक, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल या सरकारी संस्था को एक कुशल अकाउंटेंट की जरूरत होती है।

अकाउंटेंट बनने के लिए पढ़ाई कहाँ से शुरू करें?

अगर आप 10वीं के बाद से ही तय कर लेते हैं कि आपको अकाउंटेंट बनना है, तो पहला कदम होगा –
👉 11वीं में कॉमर्स स्ट्रीम चुनना।

क्योंकि अकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स और बिज़नेस स्टडीज़ जैसे विषय आगे चलकर आपकी नींव को मजबूत बनाते हैं।

12वीं के बाद आप इन प्रमुख कोर्सों में से कोई एक चुन सकते हैं –

प्रमुख कोर्स (Bachelor Level):

  • B.Com in Accounting and Finance
  • B.Com in Commerce
  • B.Com in Accounting and Taxation
  • Bachelor of Commerce in Accountancy
  • BBA (Finance)

अगर आप चाहें तो MBA क्या है? भी पढ़ सकते हैं — यह कोर्स अकाउंटिंग ग्रेजुएट्स के लिए बेस्ट करियर अपग्रेड साबित हो सकता है।

अकाउंटेंट बनने के लिए जरूरी स्किल्स

एक सफल अकाउंटेंट सिर्फ डिग्री से नहीं, बल्कि अपनी स्किल्स से पहचान बनाता है।
यहाँ कुछ स्किल्स हैं जो हर अकाउंटेंट में होनी चाहिए 👇

  • Tally ERP, Excel, GST Filing और E-filing का ज्ञान
  • Basic Computer Skills (MS Office, Accounting Software)
  • Mathematical Accuracy और Logical Thinking
  • Communication Skill और रिपोर्टिंग की क्षमता
  • टाइम मैनेजमेंट और डिटेल्स पर फोकस

अगर आप कंप्यूटर से जुड़ा करियर देख रहे हैं, तो BCA Course Details जरूर पढ़ें।

जरूरी कोर्स और सर्टिफिकेशन

आजकल सिर्फ डिग्री काफी नहीं — प्रैक्टिकल नॉलेज जरूरी है।
इसलिए कुछ शॉर्ट-टर्म कोर्सेस अकाउंटेंट के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं:

कोर्स का नामअवधिउद्देश्य
Tally ERP Course6 महीनेबेसिक से एडवांस अकाउंटिंग
GST Training3 महीनेटैक्स फाइलिंग और इनवॉइस मैनेजमेंट
Advanced Excel2 महीनेरिपोर्टिंग और डेटा एनालिसिस
Income Tax & E-Filing3 महीनेऑनलाइन टैक्स रिटर्न और फॉर्म फाइलिंग
Computerized Accounting6 महीनेरियल-लाइफ बिजनेस एकाउंट्स की प्रैक्टिस

अकाउंटेंट की जिम्मेदारियां (Job Role)

अकाउंटेंट का मुख्य कार्य होता है किसी भी संस्था की आर्थिक गतिविधियों को संभालना।
उसके रोज़मर्रा के कामों में शामिल हैं:

  • कंपनी की सभी ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड करना
  • प्रॉफिट और लॉस स्टेटमेंट तैयार करना
  • बजट और टैक्स रिपोर्ट बनाना
  • सैलरी और खर्चों की वेरिफिकेशन करना
  • नए कानूनों और जीएसटी रूल्स के अनुसार रिपोर्ट तैयार करना

सरकारी विभाग में, अकाउंटेंट को फंड्स का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करना होता है, जबकि प्राइवेट सेक्टर में उन्हें कंपनी के फाइनेंशियल ग्रोथ पर फोकस करना होता है।

सरकारी बनाम प्राइवेट अकाउंटेंट

बिंदुसरकारी अकाउंटेंटप्राइवेट अकाउंटेंट
चयन प्रक्रियापरीक्षा + इंटरव्यूडायरेक्ट इंटरव्यू या स्किल टेस्ट
सैलरी (शुरुआत में)₹25,000 – ₹40,000₹10,000 – ₹25,000
ग्रोथधीमी लेकिन स्थिरतेज, अनुभव पर आधारित
जॉब सिक्योरिटीउच्चमध्यम
पेंशन व लाभहांनहीं

अकाउंटेंट की सैलरी

भारत में अकाउंटेंट की शुरुआती सैलरी लगभग ₹15,000 से ₹25,000 तक होती है।
सरकारी जॉब में यह सैलरी ₹30,000 से शुरू होकर ₹70,000 या उससे अधिक तक जा सकती है।

वहीं प्राइवेट सेक्टर में अनुभव के साथ ₹1 लाख प्रति माह तक पहुंचना भी संभव है।

जानिए सरकारी नौकरी कैसे पाएं? — अकाउंटेंट समेत अन्य सरकारी पदों की तैयारी गाइड।

अकाउंटेंट बनने की प्रक्रिया (Step-by-Step)

  1. 10वीं के बाद कॉमर्स स्ट्रीम चुनें।
  2. 12वीं के बाद B.Com या समान कोर्स करें।
  3. Tally, GST या Taxation कोर्स करें।
  4. इंटर्नशिप या ट्रेनिंग से अनुभव लें।
  5. सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा दें या प्राइवेट कंपनी में आवेदन करें।
  6. अपना रिज्यूमे और स्किल्स अपडेट रखें।

उम्र सीमा और पात्रता

  • आयु सीमा: 21 से 27 वर्ष (सरकारी नौकरियों के लिए)
  • शैक्षिक योग्यता: 12वीं (कॉमर्स) + B.Com डिग्री
  • आरक्षण: SC/ST/OBC उम्मीदवारों को सरकारी नियमों के अनुसार आयु में छूट मिलती है।

अकाउंटेंट किन क्षेत्रों में काम कर सकते हैं?

अकाउंटेंट लगभग हर इंडस्ट्री में आवश्यक होता है, जैसे:

  • बैंकिंग सेक्टर
  • प्राइवेट कंपनियाँ
  • स्कूल और कॉलेज
  • टैक्स कंसल्टेंसी
  • ऑडिटिंग फर्म
  • मैन्युफैक्चरिंग और बिज़नेस सेक्टर

निष्कर्ष

अकाउंटेंट बनना सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि स्थिर भविष्य और सम्मानजनक करियर की पहचान है।
अगर आप Commerce बैकग्राउंड से हैं और मेहनत करने के लिए तैयार हैं, तो यह प्रोफेशन आपके लिए परफेक्ट है।

बस ज़रूरत है — सही दिशा, सही कोर्स और ईमानदारी से प्रयास की।
फिर चाहे आप सरकारी विभाग में हों या किसी मल्टीनेशनल कंपनी में, आपका करियर हमेशा सुरक्षित रहेगा।

💬 अगर यह लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर करें और नीचे कमेंट में बताएं — आप सरकारी या प्राइवेट अकाउंटेंट बनना चाहेंगे?

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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