आज की पोस्ट में हम जानेंगे की On Page SEO क्या है इन हिंदी 2021 (What is On Page SEO in Hindi). क्या आपके बहुत सारे पोस्ट पब्लिश करने के बाद भी ब्लॉग पर ट्रैफिक बिल्कुल नही आ रही है. इसका मतलब है की आपको ब्लॉग के पोस्ट सही ढंग सेऑप्टिमाइज़ की ज़रूरत है.
अगर आपकी ऑप्टिमाइजेशन स्ट्रांग है तो फिर आप इसी के ज़रिए ही पोस्ट को फर्स्ट पेज पर आसानी रैंक करा सकते हैं. आज हम जानेंगे की On Page SEO क्या होता है और पोस्ट के लिए ऑप्टिमाइजेशन कैसे करते हैं.
अप्टिमिज़ेशन मेथड तो हम बाद मे जानेंगे लेकिन इससे पहले तो हमे ये समझना होगा की On Page SEO क्या होता है (What is On Page SEO in Hindi).
ऑन पेज एसीईओ क्या है – What is On Page SEO in Hindi 2021?
On page SEO एक तकनीक है जिसमे ब्लॉग के पोस्ट को गूगल में रैंक कराने के लिए सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइज़ किया जाता है जिससे हम वेबसाइट के पोस्ट को गूगल में रैंक कराने में सक्षम हो सकते हैं.
हर रोज़ गूगल कई अपडेट करता है लेकिन वो छोटे छोटे होते हैं लेकिन साल में में एक दो बड़े अपडेट करता है जिसे कोर अपडेट कहा जाता है. अगर आपका कंटेंट बहुत अच्छे से ऑप्टिमाइज़ किया हुआ है तो कोई अपडेट आपके ब्लॉग को प्रभावित नहीं कर सकेगा.
अगर आप नहीं जानते की Difference Between On Page and Off Page SEO in Hindi क्या है तो आप यहाँ से इसके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं.
इसके पहले हमने जाना था की एसईओ क्या है और ये ब्लॉग के लिए ज़रूरी क्यू होता है. साथ ही ये भी जाना था कीसर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन करने के 2 तरीके होते हैं. पहला ऑन-पेज और दूसरा होता है ऑफ-पेज एसईओ.
इस पोस्ट मे मैं आपको इसे अप्लाई करने तरीका बताऊंगा की इसे कैसे करते हैं. और ये ब्लॉग के लिए क्यू ज़रूरी है इस के बारे पूरी जानकारी दूँगा.
इस से पोस्ट को पर्फेक्ट्ली ऑप्टिमाइज़ कर के कैसे पोस्ट को सर्च इंजन फ्रेंड्ली बनाते है साथ ही ये भी जाँएंगे की कैसे आसानी से पोस्ट को सर्च इंजन रैंक करा सकते हैं.
ऑन पेज एसीईओ की परिभाषा – On Page SEO definition in hindi
अगर हम सरल भाषा मे बात करें तो वो सारे तरीके जिससे हम अपने ब्लॉग को सर्च एंजिन के फर्स्ट पेज के पहले नंबर पे रैंक करने के लिए इस्तेमाल करते हैं उसे हम सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (Search Engine Optimization) कहते हैं .
पोस्ट या आर्टिकल लिखते हुए हम जिन टेक्नीक्स को फॉलो करते हैं उसे On-Page SEO कहते हैं. इसमें अगर हम मास्टर बन गए तो फिर हम अपने हर पोस्ट को सर्च इंजन के फर्स्ट पेज पर आसानी से रैंक करा सकते हैं
इसमें हम कीवर्ड रिसर्च, पोस्ट टाइटल, परमालिंक, मेटा डिस्क्रिप्शन, क्वालिटी कंटेंट, कीवर्ड का सही जगह मे प्रयोग, इमेज अप्टिमिज़ेशन, हेडिंग का सही इस्तेमाल, इंटरनल और एक्सटर्नल लिंकिंग इसके अलावा और भी कई टेक्नीक्स का इस्तेमाल करते हैं.
तो अगर आप सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन मे अपने आप को मास्टर बनाना चाहते हैं तो पोस्ट ऑप्टिमाइजेशन को सिख कर पहले आपको स्ट्रॉंग बनना होगा. जिस दिन आप इस मे माहिर बन जाएँगे आप की ब्लॉग भी सर्च इंजन के पहले रैंक पर आने लगेगी.
On Page SEO करना क्यों जरुरी है?
हम अपने ब्लॉग को डाइरेक्ट्ली रैंक नही कराते बल्कि ब्लॉग मे जो पोस्ट लिख कर पब्लिश करते हैं उनको रैंक कराते हैं. जब हमारा कोई पोस्ट सर्च इंजन के फर्स्ट पेज पर पहले नंबर पर रैंक कर जाता है तो इससे पूरे ब्लॉग को फायदा होता है.
इससे सिर्फ़ ब्लॉग मे ट्रैफिक ही नही बढ़ता बल्कि डोमेन authority और पेज authority भी बढ़ती है. ये हमारे ब्लॉग से जुड़े हर एरिया को इंप्रूव करता है.
तो अगर आप ऑप्टिमाइजेशन मे अपने आप को मास्टर बनाना चाहते हैं तो पेज लेवल ऑप्टिमाइजेशन को सिख कर पहले आपको स्ट्रॉंग बनना होगा.
जिस दिन आप इसमें इसमें माहिर बन जाएँगे आप की ब्लॉग भी सर्च एंजिन्स के पहले रंक पर आने लगेगी.
पेज लेवल ऑप्टिमाइज़ किया हुआ पोस्ट यानी की हाइ-क्वालिटी कंटेंट पोस्ट मे रीडर ज़्यादा समय देते है. क्यूंकि पर्फेक्ट्ली पेज लेवल ऑप्टिमाइज़्ड पोस्ट सर्च इंजन फ्रेंड्ली होने से यूज़र फ्रेंड्ली भी बन जाता है.
रीडर्स के लिए ये अच्छा अनुभव रहता है जब वो पर्फेक्ट्ली ऑप्टिमाइज़्ड ब्लॉग पोस्ट को रीड करते हैं. इससे ब्लॉग की अथॉरिटी बढ़ती है.
जब हम अपने किसी पोस्ट को फर्स्ट पेज मे रैंक करने मे सफल हो जाते हैं तो उस पोस्ट से दूसरे पोस्ट को जोड़ कर भी हम दूसरे पोस्ट मे ट्रैफिक ले सकते हैं. और इस तरह से bounce rate को कम करते हैं.
Bounce rate क्या होता है?
जब कोई विज़िटर ब्लॉग मे आते ही बिना एक सेकेंड भी रुके पेज को तुरंत बंद कर दे तो इसे हम बाbounce rate बोलते हैं. हर ब्लॉगर चाहता है की जो भी विज़िटर आए वो ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त ब्लॉग मे पोस्ट को पढ़े. इससे ब्लॉग की ऑप्टिमाइजेशन और अधिक इम्प्रूव होती है.
अगर हम पोस्ट अच्छे से ऑप्टिमाइज़ कर लेते हैं तो फिर Off-Page SEO मे ज़्यादा मेहनत करनी नही पड़ती. क्यूंकि की सिर्फ़ इसमें मज़बूत रहने से ही हम पोस्ट को पहले नंबर पर रैंक करा लेते हैं.
तो चलिए अब हम पोस्ट ऑप्टिमाइजेशन के रूप मे होने वेल तकनीक और तरीक़ो के बारे मे जानते हैं.
On-Page SEO क्यों करते हैं?
कीवर्ड रिसर्च करने के लिए सबसे अधिक इन टूल्स का इस्तेमाल किया जाता है.
जब हम खूब पढ़ाई करते हैं exam के पहले और दिन रात मेहनत कर के एग्जाम लिखने जाते हैं तो जो एग्ज़ॅम अच्छे से लिखता है उसी का रिज़ल्ट ज़्यादा अच्छा होता है.
रिज़ल्ट्स ही आउटपुट होता है और हमे पता चल जाता है की किसने अच्छे से पढ़ाई की है.
ठीक उसी तरह हमे भले ही एसईओ के बारे सब कुछ मालूम हो लेकिन प्रैक्टिकली सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन करने मे अगर हम कमज़ोर हैं तो फिर हमारे इसके नालेज का कोई फायदा नही है.
Title, Permalink और Meta description का आउटपुट कुच्छ इस तरीके से हम समझ सकते हैं और ये हमारे पोस्ट ऑप्टमिजाशन की perfection को बताता है.
पोस्ट लिखना शुरू करने से पहले कीवर्ड रिसर्च ज़रूर करे. कीवर्ड रिसर्च एक बहुत ही इंपॉर्टेंट काम है जिसके चारों तरफ ही हमारा पूरा आर्टिकल आधारित होता है.
कीवर्ड रिसर्च करने लए मोस्ट्ली इन टूल्स का इस्तेमाल किया जाता है.
ऑन पेज और ऑफ पेज में अंतर
पोस्ट लिखते वक़्त हम ऑप्टिमाइजेशन के जिस तरिके को अपनाते हैं और फॉलो करते हैं वो ऑन पेज ऑप्टिमाइजेशन कहलाता है. इस में हम आर्टिकल लिखने में हर ध्यान में रखते हैं जो इस टेक्निक के अंदर आता है.
जब पोस्ट के बाहर हम अपने साइट की ऑप्टिमाइजेशन जिन तरीको से करते हैं वो ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन कहलाता है. ये भी बहुत इम्पोर्टेन्ट फैक्टर माना जाता है जो हमारे ब्लॉग के लिए काफी जरुरी होता है.
यहाँ पर मैं आपको इनके बिच में अंतर बताने जा रहा हूँ जिससे आपको इसके बारे में समझ में आ जायेगा. इसे मैं थोड़ा संक्षेप में बता रहा हूँ.
ऑन पेज ऑप्टिमाइजेशन | ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन |
पोस्ट लिखते वक़्त उसके टाइटल टाइटल को ऑप्टिमाइज़ करना और उसमे टार्गेटेड कीवर्ड को डालना जरुरी है. | बैकलिंक बिल्डिंग स्ट्रेटेजी को समझे और सही तरीके से इसके रूल्स को फॉलो करके बैकलिंक बनायें. |
पर्मालिंक छोटा लिखना चाहिए और इसमें भी कीवर्ड का होना जरुरी है. | ऑफ पेज के अंतर्गत सोशल बुकमार्किंग किया जाना एक महत्वपूर्ण स्टेप है. |
पोस्ट में Heading 1,2,3 सही तरीके से इस्तेमाल करें और इनमे कीवर्ड भी डालें. | अपने साइट जैसे niche वाली साइट में गेस्ट पोस्ट करना. |
मेटा डिस्क्रिप्शन ऐसा लिखें जिसे पढ़ने विजिटर अट्रैक्ट हो और पोस्ट को जरूर खोलकर पढ़े. | डायरेक्टरी सबमिशन करना. |
कीवर्ड का इस्तेमाल पहले पैराग्राफ और अंतिम पैराग्राफ में करें. | गूगल को सिग्नल देने के लिए सोशल मीडिया वेबसाइट जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम में एक्टिव रहना. |
कीवर्ड डेंसिटी रखना होता है यानी 2.5 % से ज्यादा न हो. | फोरम सबमिशन |
इमेज के Alt Tag में कीवर्ड का इस्तेमाल करना होता है. | ब्लॉग में कमेंट करना |
इंटरनल और एक्सटर्नल लिंकिंग बहुत जरुरी होता है. | डिस्कशन वेबसाइट में एक्टिव रहना जैसे Quora में अपने लिंक शेयर करना और लोगों की डाउट को क्लियर करना . |
ऑन पेज एसईओ कैसे करे – 11 On Page SEO टेक्निक्स 2021 अपडेट
1. पोस्ट का टाइटल
इस मे पोस्ट टाइटल का सबसे इंपॉर्टेंट रोल होता है. पोस्ट टाइटल मे कीवर्ड का सही इस्तेमाल कर के हम अपने पोस्ट को सर्च इंजन के लए पर्फेक्ट्ली ऑप्टिमाइज़ करते हैं. इसके अंतर्गत पोस्ट टाइटल बहुत ही इंपॉर्टेंट फैक्टर है.
इस स्क्रीनशॉट मे आप आसानी से समझ सकते हैं की हमारा आउटपुट किस तरह दिखाई देगा जब हम Post title, Permalink और Meta description को perfectly optimized कर लेंगे.
पोस्ट टाइटल कैसे लिखें और इसमे कीवर्ड्स का इस्तेमाल किस तरह करें की हमारा पोस्ट टाइटल सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़्ड हो जाए. इसके लिए मैं आपको कुछ टिप्स दे रहा हू जिससे आप कीवर्ड को अपने टाइटल मे पर्फेक्ट्ली लिख सकते हो.
(a) Keyword Placement : Targeting Keyword (यानी पोस्ट से रिलेटेड कीवर्ड, जिस कीवर्ड से आप अपने पोस्ट को रैंक कराना चाहते हैं) को अपने पोस्ट टाइटल के शुरू मे रखें. “Post Title” की शुरुआत कीवर्ड से ही करने की कोशिश करे.
मैं मानता हू की हर पोस्ट का टाइटल हम कीवर्ड से शुरू नही कर सकते हैं, कभी कभी फिट भी नही होता. लेकिन ट्राइ करे की टारगेटेड कीवर्ड पोस्ट टाइटल के लास्ट मे ना हो.
On-Page SEO Kya Hai Blog Ko First Page Par Kaise Rank Karaye Perfectly Optimized
Kaise Blog Ko On-Page SEO Kar Ke se First Page Par Rank karaye 50% Good
Kaise Blog Ko First Page Par Rank Karaye On-Page SEO Se Bad Placement
(b) Use Effective Words: पोस्ट टाइटल को और भी SEO friendly बनाने के लिए इन वर्ड्स का इस्तेमाल करे. जैसे Effective, Most, Important, Best, Top, Strategies, Surprising, Essential, Ultimate guide, Beginners guide, Complete guide इन वर्ड्स के इस्तेमाल से टाइटल और अट्रैक्टिव बना सकते हैं.
(c) Use Of Numerics: टाइटल मे नंबर्स add करे इससे लोगों को attract करना आसान होता है. वो जल्दी ऐसे पोस्ट को read करते हैं.
example:
- 10 effective methods
- 5 Best Plugins
- 10 Mistakes We should avoid etc.
(d) Avoid Repetition of keyword: पोस्ट के टाइटल मे कीवर्ड सिर्फ़ एक ही बार प्रयोग करे. इसे एक से ज़्यादा बार बिल्कुल ना डाले. कीवर्ड repetition नेगेटिव ऑप्टिमाइजेशन के represent करता है.
example: सपोज़ इस पोस्ट मे हमारा कीवर्ड “On-page SEO” है. तो चलिए देखते हैं इसका टाइटल हम कैसे लिख सकते हैं.
“On-Page SEO kya hai Aur Kaise karte hain” ये Wrong Method है Title में कीवर्ड इस्तेमाल करने का. (इसमें कीवर्ड है “On-Page SEO” जो 2 बार इस्तेमाल किया गया है.)
“On-Page SEO Kya hai Aur Isse Blog Ko Optimize Kaise Karte Hain” Correct Method.
(e) Optimal Title Length: टाइटल की लेंथ इस तरह लिखे की वो सर्च रिज़ल्ट मे पूरा आए और अगर ज़्यादा long Title होगी तो वो पूरी दिखाई नही देगी. बहुत छोटा टाइटल भी SEO के acceptable नही होती.
2. Permalink
Title की ही तरह पोस्ट के लिए Permalink भी On-Page के लिए इम्पोर्टेन्ट होता है. Permalink मे भी हमे फोकस कीवर्ड add करना ज़रूरी होता है. इसके अलावा मैं आपको कुछ टिप्स बता रहा हू उसे ज़रूर फॉलो करे.
(a) Short URL: पर्मालिंक को हमे छोटा रखना चाहिए. और इसके साथ साथ ही इसमें अपना फोकस कीवर्ड या main कीवर्ड जरूर डालना चाहिए.
पर्मालिंक को हमे छोटा रखना चाहिए और इसके साथ ही इसमे अपना फोकस कीवर्ड या मैं कीवर्ड ज़रूर डालना चाहिए.
wtechni.com/on-page-seo-kya-hota-hai-aur-isse-blog-ko…..Negative
wtechni.com/on-page-seo-kya-hai Positive
(b) Delete Useless Permalink
Useless URL को delete कर के manually सर्च इंजन friendly URL को enter करे.
wtechni.com/?p=101 Negative
wtechni.com/on-page-seo-kya-hai Positive
Actually जब हम टाइटल एक्सट्रा length की लिखते हैं तो permalink automatically “wtechni.com/?p=101” इस तरह का बन जाता है. सो कभी भी पेरमालिंक इस तरह का ना इस्तेमाल करे. इसे खुद ही चेंज कर ले, जैसा यहाँ मैं आपको बता रहा हू उसी तरीके से प्रोसेस को फॉलो करे.
(c) Never Use Stop Words
“a”, “the”, “on”, “and” इस तरह के words को Stop word बोला जाता है. Permalink में इन वर्ड्स को कभी भी इस्तेमाल न करे तो ये SEO के लिए बेहतर है.
3. Meta Description
कहते हैं ना फर्स्ट इंप्रेशन इस थे लास्ट इंप्रेशन. यही काम हमारा Meta Description भी करता है. सर्च इंजन की नज़र मे Title और Permalink के बाद जो important factor है वो Meta Description है.
Meta Description अच्छे से इस्तेमाल करना ज़रूरी है क्यूंकि इससे भी हम अपने पेज को आसानी से रैंक करा सकते हैं. हमे एसईओ ऑप्टिमाइज़्ड Meta Description लिखना चाहिए जो हमारे रीडर्स को convince कर ले की जो इन्फर्मेशन वो सर्च कर रहे हैं इस पोस्ट मे वो उपलब्ध है.
गूगल के अनुसार कुछ महीने पीछे तक 320 वर्ड्स long description allowed था. लेकिन अभी description की length 150-170 वर्ड्स के बीच ही होना चाहिए. अपनी पोस्ट की description मे कीवर्ड का इस्तेमाल ज़रूर करे.
4. Keywords Density Inside Content
हमे अपने कंटेंट के पहले पैराग्राफ मे ज़्यादा density मे कीवर्ड्स इस्तेमाल करने चाहिए. कंटेंट के शुरूआती 100-150 वर्ड्स के अंदर मे कीवर्ड्स को अच्छी density मे ज़रूर include करे.
कीवर्ड रिसर्च इसीलिए किया जाता है की हमे सर्च एंजिन से अच्छी organic traffic मिल सके. इसके साथ ही कीवर्ड्स का selection CPC को ध्यान मे रख कर ही किया जाता है.
कीवर्ड को कंटेंट के अंदर properly इस्तेमाल करने से सर्च इंजन को पता चलता है की कंटेंट किस बारे मे लिखा गया है. और इस तरीके से सर्च इंजन मे हमारी पोस्ट अच्छे से ऑप्टिमाइज़्ड हो जाती है.
पोस्ट के अंदर कीवर्ड की density maximum 2.5% होनी चाहिए.
5. Proper Use of Heading and Sub-heading With Keywords
इस का इस्तेमाल कर के बेहतर रिजल्ट पाने के लिए हम Headings का इस्तेमाल का करते हैं. H2, H3, H4 heading के proper इस्तेमाल कर के हम अपनी ऑप्टिमाइजेशन तकनीक को स्ट्रॉंग करते हैं. Headings का repeatation बार बार ना करे.
कभी भी H1 heading का इस्तेमाल अपने पोस्ट के अंदर ना करे. क्यूंकि already हमारे पोस्ट का Title H1 Heading मे ही होता है.
Heading मे अपना फोकस कीवर्ड भी डालें ये हमारे पोस्ट के लिए बहुत effective होता है. लेकिन ये ध्यान रखे की 50% से कम headings मे ही फोकस कीवर्ड का इस्तेमाल करे.
Note : आपको ये भी ध्यान मे रखना है की लिमिट से ज़्यादा कीवर्ड्स को Heading में इस्तेमाल न करें.
6. Image Optimization
इमेजेज को हम अपने विज़िटर्स को attract करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. इमेज मे हम अपने पोस्ट के टॉपिक बिना लिखे ही डिस्क्राइब कर सकते हैं. विज़िटर्स perfectly ऑप्टिमाइज़्ड इमेज से समझ जाते हैं की उन्हे जो इन्फर्मेशन चाहिए वो यहाँ उन्हे मिल जाएगी.
ध्यान रखने वाली बात ये है की हम इमेज को डिज़ाइन करते वक़्त कुछ फैक्टर्स को भी फॉलो करना ज़रूरी होता है. इन factors के इस्तेमाल से हम हमारा इमेज 100% एसईओ ऑप्टिमाइज़्ड और और यूज़र फ्रेंड्ली बना सकते हैं. एसईओ फ्रेंड्ली इमेज हमारे On-page को बहुत स्ट्रॉंग बनाती है.
(a) Image Title: पोस्ट के अंदर इस्तेमाल होने वाले इमेज का टाइटल मे कीवर्ड का इस्तेमाल करे. इससे ये फायदा है की सर्च इंजन हमारे इमेज के टाइटल से कीवर्ड को पहचान लेता है और हमारे पोस्ट को रैंक करने मे मदद मिलती है.
इमेज के टाइटल मे unknown titles को ना इस्तेमाल करे बल्कि उन्हे remove कर दे.
124569.jpg Negative
on-page-seo kya-hai.jpg Positive
(b) ALT Tag : इमेज टाइटल के साथ साथ alt tag लिखना भी हमारे पोस्ट को सर्च इंजन फ्रेंड्ली बनाता है. मोस्ट इंपॉर्टेंट इसमे अपना फोकस कीवर्ड ज़रूर add करे.
(c) Image Size : इमेज साइज़ हमारे पोस्ट ऑप्टिमाइजेशन के लिए इंपॉर्टेंट factor साबित होता है. हम अपने पोस्ट मे हमेशा इमेज का इस्तेमाल करते ही हैं. इमेज की साइज़ कम से कम होनी चाहिए. इससे ब्लॉग के पेज को लोड होने मे ज़्यादा टाइम नही लगेगा.
(d) Featured Image : अपने रीडर्स को यूज़र फ्रेंड्ली एक्सपीरियन्स देने के लए अपने पोस्ट मे फीचर्ड इमेज बनाकर डालें. Thumbnail के रूप मे जिस इमेज को हम इस्तेमाल करते हैं उसे ही फीचर्ड इमेज कहते हैं.
7. Use Outbound and Internal Links
अपने पोस्ट को और एसईओ फ्रेंड्ली ऑप्टिमाइज़ करने के लिए External और Internal लिंक्स का ज़रूरत के अनुसार इस्तेमाल करे . जब हम अपने पोस्ट मे किसी दूसरे वेबसाइट का लिंक add करते हैं तो वो External लिंक और खुद के ब्लॉग पोस्ट का लिंक add करते हैं उसे Internal लिंक्स बोलते हैं.
जब हम किसी दूसरे ब्लॉग या वेबसाइट का लिंक अपनी पोस्ट मे add करते हैं तो इस तरह से हम उन्हे एक बैकलिंक देते हैं. जो उनके SEO के लिए बहुत हेल्पफुल साबित होती है. साथ ही हमारी खुद की भी अनुभव स्ट्रॉंग होती है.
(a) Internal Links : User engagement बढ़ाने के लिए हम internal linking का इस्तेमाल करते हैं. Internal linking से हम यूज़र को ये शो करा देते हैं की आप अगर एक फल आम की तलाश मे यहाँ आए हो तो आपको सारे फ्रूट्स fruits apple,banana, orange, etc. यहीं पर मिल जाएँगे.
इससे हम अपनी कंटेंट की क्वालिटी का पूरा इस्तेमाल कर के landing page से यूज़र को बाकी दूसरे pages मे भी engage कर सकते हैं.
मान लीजिए मेरे एक पोस्ट मे traffic बहुत ज़्यादा है बाकी पोस्ट की तुलना मे तो उस पोस्ट से हम दूसरे पोस्ट का लिंक add कर के ट्रॅफिक पा सकते हैं.
लेकिन याद रहे रिलेटेड पोस्ट को इंटर्नल लिंक्स के रूप मे add करे.
(b) External Linking : जब हम अपनी पोस्ट मे किसी दूसरी वेबसाइट को जोड़ते हैं तो इसे external linking बोलते हैं. मान लीजिये की हमारी पोस्ट मे हम Youtube की किसी फीचर के बारे मे लिख रहे हैं और उसकी कुछ इन्फर्मेशन के लिए यूट्यूब हेल्प फोरम मे इन्फर्मेशन दी हुई है तो उसका लिंक हम अपने पोस्ट मे add कर सकते हैं.
ये एसईओ फ्रेंड्ली है इससे कोई प्राब्लम नही है. बल्कि इससे हमारी सर्च इंजन की रैंकिंग बढ़ती है.
8. Detailed Content Post
आज के समय में बैकलिंक पर समय बर्बाद करने से अच्छा है की वो समय कंटेंट बनाने में लगाए क्यूंकि अगर आपका कंटेंट पूरी तरह से आपके रीडर को मदद करता है और उसे पूरी जानकारी देता है तो इससे बेहतर आपको रैंक करने में और कोई मदद नहीं कर सकता. इस का मतलब यही है की बढ़िया कंटेंट बिना बैकलिंक के भी रैंक करेगा.
गूगल सर्च रिज़ल्ट मे फर्स्ट पेज मे रैंक करने के लिए जितना लम्बा हो सके उतना लम्बा पोस्ट लिखें. आजकल तो बहुत से ऐसे भी ब्लॉगर हैं जिनकी पोस्ट 2000 वर्ड्स की होती हैं और साथ में उनकी कंटेंट क्वालिटी भी अच्छी होती है. तो अब आप समझ सकते हैं.
अगर आपको गूगल के फर्स्ट पेज पर अच्छी रैंक पाना चाहते हैं तो आपको हर पोस्ट को 2000 वर्ड्स से अधिक का लिखना होगा साथ ही कंटेंट क्वालिटी भी बेहतरीन रखनी होगी.
लेकिन अगर आप उतना नही लिख सकते तो ट्राइ करे की कम से कम 1000 वर्ड्स ज़रूर हो. इससे कम होने से फर्स्ट पेज मे आने के चान्स बिल्कुल कम होंगे.
साथ ही कंटेंट की लम्बाई जितनी ज़्यादा होगी कीवर्ड्स की density आप उतनी अधिक रख सकते हैं. Density तो 2.5 % से कम ही रखना है लेकिन आपके keyword अधिक बार इस्तेमाल होंगे. इससे गूगल को टॉपिक समझने मे उतनी ही आसानी होगी ये किस बारे मे है. इस तरह सर्च रिज़ल्ट मे higher रैंकिंग मिलने का चांस अधिक रहेगा.
गूगल चाहता है की जो भी रीडर आए उसको उस ब्लॉग से जानकारी मिले जिसने उस टॉपिक के बारे मे सबसे बढ़िया लिखा है. और अपने पोस्ट में में सबसे बढ़िया तरीके से कंप्लीट इन्फर्मेशन दी है.
9. Page Loading Speed
गूगल किसी ब्लॉग पोस्ट को अपने सर्च रिज़ल्ट मे रैंक देने से पहले हर तरह से चेक करता है. पेज की स्पीड भी बहुत इंपॉर्टेंट फैक्टर है एसईओ फ्रेंड्ली ब्लॉग के लिए . साथ ही पोस्ट ऑप्टिमाइजेशन के अंडर ये बहुत इंपॉर्टेंट फैक्टर है.
पेज की लोडिंग स्पीड अच्छी होती है तो google bots पोस्ट को जल्दी इंडेक्स करते हैं. अच्छी लोडिंग स्पीड बेहतर यूज़र एक्सपीरियंस के लिए इंपॉर्टेंट होता है. Slow loading होने वाले ब्लॉग पोस्ट को गूगल सर्च रिज़ल्ट्स मे अच्छी रैंक नही देता.
आप स्पीड increase करने वाले plugins का इस्तेमाल कर सकते हैं.
होमपेज पर कम से कम कंटेंट्स का इस्तेमाल करें जैसे widgets, posts, links और images. Images की size ऑप्टिमाइज़्ड कर के रखे जिससे इमेज की साइज़ कम हो और फास्ट लोडिंग हो.
ब्लॉग की टेंपलेट या थीम कम से कम कोड्स का इस्तेमाल कर के लिखी गई हो और साथ ही responsive हो और फास्ट लोडिंग होती हो. रिसर्च मे पाया गया है की जिस ब्लॉग या वेबसाइट की लोडिंग टाइम 3-4 सेकेंड से कम होती है उसे विज़िटर्स तुरंत बंद कर देते हैं और दूसरी साइट पर चले जाते हैं.
तो अगर आपकी ब्लॉग की स्पीड कम है तो ये एक serious बात है. इसे जल्दी solve करे.
10. Use Social Sharing Buttons
अगर हमारी content की क्वालिटी अच्छी है तो फिर इसे सोशल शेयरिंग बटन के ज़रिए भी हमारे रीडर्स हर जगह शेयर करेंगे. शेरिंग का ऑप्शन ना रहने से चाहते हुए भी उसे कोई शेयर नही करेगा.
सोशल शेयरिंग का इस्तेमाल कर के हम अपने पेज व्यूज बढ़ा सकते हैं. सोशल साइट से आने वाले विजिटर जब हमारे पेज पर टाइम बिताते हैं तो गूगल को एक तरह से पॉजिटिव सिग्नल मिलता है.
वर्डप्रेस यूजर बहुत ही आसानी से सोशल शेयरिंग plugins को इनस्टॉल कर के इस तरह के शेयरिंग buttons enable कर सकते हैं.
आजकल लोग text content के साथ साथ media contents से ज़्यादा attract होते हैं. तो हमे चाहिए की text content मे well Optimized images aur videos भी add करे. अगर आप गूगल analytics का इस्तेमाल करते हैं तो आपको मालूम होगा Bounce rate और पेज पर Time के बारे मे.
(a) Bounce rate : जब कोई विज़िटर हमारे ब्लॉग के लैंडिंग पेज पर आकर बिना किसी दूसरे पेज पर गए वापस चला जाता है तो इसे Bounce rate बोलते हैं.
(b) Time On Page : कोई विज़िटर हमारी ब्लॉग पर जितना देर रुकता है उसे Time on page बोलते हैं.
वीडियो कॉंटेंट डालने करने से हम रीडर्स को कुछ देर अपने पेज पर रोक सकते हैं इससे बाउंस रेट घट जाता है और साथ ही Time duration भी बढ़ता है. जो की हमारी सर्च रॅंकिंग को बढ़ता है.
जो भी वीडियो अपने पोस्ट मे ऐड करे वो उसी टॉपिक का वीडियो रूपांतरण होना चाहिए. जिससे यूज़र को और बेहतर एक्सपीरियेन्स हो और वो पोस्ट मे टाइम ज़्यादा बिताएंगे.
गूगल हर छोटी से छोटी बातों को भी नोटिस करता है और उन्हें अहमियत देता है. इसीलिए एसईओ फ्रेंड्ली पोस्ट लिखना बहुत ज़रूरी है साथ ही विज़िटर्स जितनी देर पेज पर रुकेंगे रैंकिंग उतनी अच्छी मिलेगी.
12. Regularly Update Your Old Posts
अपने द्वारा लिखे गए सभी पुराने पोस्ट को समय समय पर अपडेट करते रहें.
जनवरी 2020 कोर अपडेट के अनुसार आपको समय के साथ अपने आर्टिकल के अंदर फ्रेश कंटेंट जोड़ने हैं और पुराने को अपडेट करने हैं. इसका सिंपल सा उदाहरण ये है की मान लीजिये की पिछले साल मैंने एक लिस्ट बनायीं हैं, जिसमे
Best SEO Technique in 2021
लिखी है और इस वर्ष काम कर रहे तकनीक की चर्चा की है तो अगले साल ये तकनीक काम करेंगे जरुरी नहीं है इसीलिए इसे हमे रिफ्रेश करने होंगे साथ में हमे 2021 साल के लिए लिस्ट को अपडेट भी करना होगा.
संक्षेप में
बिना अच्छे ऑप्टिमाइजेशन के पोस्ट को रैंक कराना काफी मुश्किल है. यहाँ तक रैंक करना तो दूर पहले पेज पर भी हमारा पोस्ट नहीं जा सकता है.
इसीलिए आज की इस पोस्ट को अगर आप ध्यान से पढ़ते हैं और फॉलो करते हैं तो फिर आपकी नॉलेज बढ़ जाएगी धीरे धीरे अनुभव भी होता चला जायेगा. अगर ब्लॉगर के रूप में सफल होना चाहते हैं तो फिर इसमें माहिर बनना जरुरी है.
On page SEO कैसे करे और इसकी परिभाषा क्या है इससे जुडी कोई भी प्राब्लम हो तो कमेंट बॉक्स मे पूछ सकते हैं. इस तरीके को फॉलो कर के आप अपने हर पोस्ट को अच्छी रैंक पर ला सकते हैं. जितनी ज़्यादा पोस्ट रैंक होगी ट्रॅफिक उतनी ज़्यादा होगी.
तो फ्रेंड्स आप लोगों को ये पोस्ट On Page SEO क्या है (What is On Page SEO in Hindi in 2021) कैसी लगी. अब आप समझ ही गये होंगे की ऑन पेज और ऑफ पेज में क्या अंतर् होता है और ये ब्लॉग के लिए क्यू ज़रूरी है.
ब्लॉग की कामयाबी इसकी ट्रॅफिक पर ही निर्भर करती है. अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगे तो इसे अपने फ्रेंड्स के साथ ज़रूर शेर करे साथ ही इस पोस्ट को सोशियल साइट्स फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम मे भी अपने दोस्तों को शेयर करे.
Bhohot hi badiya post likhi aapni , achhi jankari di
Thanks
Bohot badiya jankari achhi post
Thank you Mayank
bahut he jyada badiya post likhi hai apne seo ke uper.
Thankyou
Very good nice sir Thanxxx
Thanks for feedback
Bahut hi badhiya okay hai. On page see ke lie best hai ye methods.
Thanks for your appreciation
Aapne on-page SEO bahut achhe tarike se samjhaya hai
Thank you raju
I used Keyword in post’s title two times. Do I Need to remove it now ?
Yes bro it is strictly not to be done. Never use more than once . Include Only one time your keyword in title.
Kay seo sikhane ke liye course karana jaruri hain.
Apane koi course kiya hain
Nahi maine koi course nahin kiya hai. Kaam karte karte aap khud se bhi sikh jate hain.
Hi Sir
Sir Ye Post Optimization
kya hota hai please Answer
Post optimization ka matlb hai On Page SEO yani article likhte waqt SEO se judi har baaton ka khyal rakhna
kya baat hai bhai..bohot achhi tips thi
Thank you bhai ache feedback ke lie
Nice information sir,
I understand your explanation
Thank you sir,
Keep it up sir
Thank you Gaurav you read it and understood the full concept of On page seo. keep visiting.
good info About on page seo
keep it up sir.
Apne Blog Ko Google First Page Me Rank Kaise Kare, apki a post parke mere ko bohot faida mila, apki post bohot asch hai thanks for sharing.
Thank you tarik ji.
Nice Post…
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sir, I want to learn from you, please sir reply me a mail. I am waiting. actually, sir, I am new in a blog I have a website only one, but I can’t index any post on google please sir help me. I want to index my post.
Ok
Great article very helpful
Thanks for your valuable feedback
Useful info about On Page SEO, thanks for sharing in all.
Thank you jamshed bhai. Sunkar achha laga ki aapko ye post pasand aayi.
buht ala post bhai jan kia baat hai app ki.
Nice post Waseem Akram bro
Thanks usman ji.Keep visiting.
Good Waseem akram
Thank you usman ji blog ko lagatar visit karen.
Waseem Akram Sb: Ap ka Article buhat khobsurt aur help ful hai m nai is sai kuchh nia sekha hai.
Thank you so much bhai. Hum isi tarah aaplogon ki help karte rahenge. Please keep visiting.
Good works bro
nice post on SEO
Thank you nakul ji. Keep visiting.
bohut acha article likha hai aapne. ye bohut faaydemand hai. sath me seo friendly theme use kare jisse zyada faayda milega.
thanks for sharing this useful information
GOOD CONTENT BRO!!
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Thank you so much adil bhai.
Nice amazing Website 1st page rank Website Google search Good
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Shandar Jankari bhai on page seo ke lihaz se
Thankyou So much Mahi Ji .
thanks for this article i am searching same article thanks again
You are most welcome.
sir aap ne bhut achchhi trike se on page SEO ke bare me smjhaya hai thanks sir hume is post se bhut help milegi thanks
Bahut bahut thanks aapki wajah se hume bahut hausla milta hai aise hi aap hamare blog par aate rahe aapko naye naye post padhne ko milta rahega.
thanks for sharing blog post .
You are most welcome.
thanks for this artical sir very nice i am so impressed
Tha k you so much keep visiting.
Welcome
Hello sir, your article is very nice and helpful for me, please make an article about how to create backlinks for our websites. Thanks.
hi thanks WA, guide about seo
Most welcome naveed.
Sir मै जानना चाहता हु कि क्या seo के लिए backlink जरुरी है कि नही और सर social media पर अपने वेबसाइट का पोस्टिंग करने से seo में कुछ फर्क पड़ता है नही |
क्यों सर मेरा एक travel agency कि वेबसाइट मै जानना चाहता हु adwords करना ठीक रहेगा या backlink किससे मेरे वेबसाइट को ज्यादा बेनिफिट होगा |
1. Agar aap post ko back link ki madad se rank karaenge to shuru me to ye rank to kar jata hai lekin jb google ko banaye huye back link relevant nahi lagta to fir aapki rank loss ho sakti hai. Aaj to bahut saare bloggers Zero back link strategy par kaam kar rahe hain aur unka post bhi number 1 par rank kar raha hai.
Lekin ye post ke liye sahi hai. Agar aapki site me adhik post nahi hai.to fir aap apne jaise website se hi back link lene ki koshish kare.
2. Social media se aane wali traffic se google ko signal milta hai aur ye bhi post ko rank karne ke liye faydemand hai.
3. Google AdWords mere anusar sahi nahi hai. Aap seo par kaam kare fir aapko traffic milni shuru ho jayegi.
hi,
Very nice post sir ji
bahot hi badhiya sirji
mera website ke homepage ko kaise ek keyboard pe rank karau?
Homepage rank karana jaruri nahi hai post rank karane se traffic aayegi. har post ko acche se on page seo ke sath likho fir traffic aani shuru ho jayegi.
Hi,
very nice post
nice post
वाकई काफी अच्छी हैं और काफी अच्छे तरीके से आपने बताया है.
Thank you so much.
On page seo ke bare me bahut achi information di he ap ne. Or aap apne article me bahut ache se samjhate h.
Very Good Post.
this post is varry halpfull
Mujhe be aap ki post excellent lgi sir thanku
sitemap ka use kyu karte hai apne website me
or
robot.txt
no follow and do follow me kya difference hota hai
sir
Sitemap submit karne se google ko crwal karne me aasani hoti hai.
Nofollow waise link hote hain jisme linkjuice pass nahi karta hai iske thik opposite Dofollow me linkjuice pass karta hai. Yani ki agae achhe website se Dofollow backlink mili hai to Google ke liye site ki value badh jati h.
Robots.txt – ye ek aisa file hota hai jisme hum google bots ko ye direction dete hain ki use kya crawl karna hai aur kya nahi karna hai.
Hi Wasim sir your post is very helpful for. sir meri ek website hai jis par main work kar rai hu keywords selection main problem face ho rai hai property dealer ki site hai ( Real Estate ) pls help me sir
Apko kya janna hai bataiye
dhnyvad sir aapke es badhiya artical ke liye
mene internet par on page seo ke bare me bahut search kiya par abhi bhi bahut sa content hindi me nahi he
par aapke es hindi artical se mere sare confusion dur ho gaye thanks
Nice sir your information for good a SEO thanks sir
Thanks for your comment
Very Nic?
Thank you
gajab ki informative post he. thanks for it
apne hindi fonts ko kiase use kiya hai apne web page pe
aur ye webpage static web page hai na to isko hosting apne kaha se kiya hai ?
mai bhu HTML + CSS use kar ke web host karna chahta hu (lekin Hindi font use karna chahta hu)
I use Google Input Tool
badiya jankari hai.
Thank you so much for providing this helpful information. I like your post because your explaining way is awesome.
Thanks
Nice Post, Lakin kya lamba post likhna jaruri h kya?
Nahi agar aapka answer sateek hai aur competetor ke usse jyada nahi hai to chalega
very nice sir
On page seo ke bare me bahut achi information di he ap ne.
Sukriya
Sir,
Backlinks zaroori hote hai kya
Post ki renking ke lihe
Competetion ke according jarurat pad sakti hai. Baki aaj ke samay me zero backlink se bhi post rank ho jate hain.
Apani posts ki renking k liye kya karna chahiye
SEO optimized article likhiye
very nice post apne bahut hi accha blog likha hai padhkar bahut accha laga aur bahut sare doubt clear huye thanks you for creating this post
very nice blog post and very helpful for blog writing
Bahut bdhiya post likha h bhai apne .. padh ke mja a gaya ..And ap theme kon si krte ho use
Thank you so much for providing this helpful information.
Great knowledge
Sir आपने बहोत अच्छी पोस्ट लिखी है। बड़े ही काम की जानकारी है आप आगे भी ऐसी ही post लिखते रहना??
शुक्रिया हौसला बढ़ाने के लिए
आपकी बताई गई सभी जानकारी बहुत ही अच्छी है seo के लिए ये टिप्स सबसे ज्यादा अच्छी लगी धन्यवाद
आपकी बताई गई tips अच्छी लगी। जानकारी देने के लिए धन्यवाद!