पढ़ाई करने का सही टाइम क्या है?

बच्चों के लिए पढ़ाई करना बहुत महत्वपूर्ण होता है वही जो युवा होते हैं उन्हें भी अपने करियर बनाने के लिए पढ़ाई करनी होती है लेकिन पढ़ाई करने का सही समय क्या है यह भी जानना जरूरी है. इस लिंक के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि किस टाइम पढ़ाई करने से हमारे दिमाग में टॉपिक में जल्दी याद हो जाती है.

पढ़ाई करने के लिए शांत वातावरण की जरूरत पड़ती है. जहां पर शोर-शराबा होता है वहां पढ़ाई करना काफी मुश्किल होता है और एकाग्रता भी नहीं बन पाती. दिन में 24 घंटे होते हैं और एक जैसा माहौल नहीं होता

हम यहां पर वह इस बातों के बारे में विस्तार से उल्लेख करने जा रहे हैं जिस दिन आपको यह अच्छे से समझ में आ जाए कि कौन सा वक्त पढ़ाई करने के लिए बेहतर होता है और कौन से वक्त में आपको पढ़ाई नहीं करनी चाहिए.

पढ़ाई करने का सही समय कौन सा है?

padhai karne ka sahi time kya hai - पढ़ाई करने का सही टाइम क्या है?

पढ़ाई करने वाला हर छात्र यही चाहता है कि वर्ग में जो भी विषय पढ़ाया जाए वह उसको अच्छे ढंग से तैयार कर सके लेकिन यह संभव नहीं हो पाता क्योंकि हर इंसान का दिमाग एक जैसा काम नहीं करता.

कोई बच्चा पढ़ने में बहुत तेज होता है तो कोई सामान्य लेकिन वहीं कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं जो पढ़ाई में अच्छे नहीं होते. इसकी कई वजह हो सकती है. कुछ बच्चों को पढ़ाई में बिल्कुल भी रुचि नहीं होती तो कुछ बच्चे पढ़ने से इसलिए डरते हैं क्योंकि उन्हें कुछ याद ही नहीं रहता. कुछ ऐसे भी बच्चे होते हैं जो बहुत मेहनत करते हुए भी उन्हें समझ में कुछ भी नहीं आता.

सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि हर बच्चे के पास अपनी एक खास गुण होती है जिसे पहचानने की देरी होती है. लेकिन वास्तविकता यह भी है कि जो सामान्य बच्चा है उसके पास इतना दिमाग तो जरूर होता है कि वह पढ़ाई कर सकें.

पहचान लेते हैं कि पढ़ने का सही वक्त कौन सा है?

1. प्रातः काल यानी सुबह का समय

इसमें कोई दो राय नहीं है कि पढ़ाई करने का सबसे बेहतरीन टाइम सुबह का समय होता है. सबसे बड़ी वजह यह है कि सुबह को हम नींद से जाते हैं. नींद हमारे दिमाग को आराम देता है एवं दिन भर की थकान से भी छुटकारा दिलाता है.

सुबह सवेरे उठने पर हमारा दिमाग पूरी तरह से ताजा होता है और उसमें किसी भी प्रकार के विचार नहीं आते. इसके विपरीत अगर दिन की बात करें तो दिन भर में हम कई प्रकार के काम को करते हैं और इस वक्त हजारों विचार हमारे दिमाग में चलते रहते हैं.

दिमाग जब शांत वातावरण में होता है तो सोचने और समझने की शक्ति अधिक होती है. इस वक्त पढ़ाई करने पर किसी भी प्रकार की चीज जल्दी याद होती है और समझ भी बहुत जल्दी आती है. यह मेरा खुद का अनुभव भी है क्योंकि मैंने हमेशा से अपनी पढ़ाई सुबह उठकर ही की है.

हर कोई प्रातः काल में उठ तो नहीं पाता लेकिन अगर आप कोशिश करेंगे तो सुबह जल्दी उठ सकेंगे. आप मेरा विश्वास कीजिए कि अगर आप पढ़ाई में सामान्य हैं और चाहते हैं कि अपने स्कूल में टॉपर बने तो मेरी राय में आपको सुबह जरूर उठना चाहिए.

सुबह के समय में उठकर पढ़ाई करने से हमें सब कुछ समझ आ जाता है लेकिन इसके अलावा भी इसके कई फायदे हैं. दिनभर हमें एक ताजगी सी महसूस होती है. किसी भी कार्य में मन लगता है. इसके अलावा पढ़ाई के दूसरे काम जैसे रिवीजन करना, डायग्राम तैयार करना, नोट्स बनाना इत्यादि के लिए टाइम मिलता है.

2. रात्रि सोने के पहले का समय

दूसरा वक्त जो पढ़ाई के लिए अच्छा माना जाता है वह है रात का समय. इसकी वजह यह है कि दिन भर लो काम करते रहते हैं एवं प्रतिष्ठित क्रियाकलापों की वजह से हमें चारों तरफ से आवाजें आती हैं. रात में सारी आवाज बंद हो जाती हैं क्योंकि सभी अपने घर को चले जाते हैं एवं खाना खाने के बाद नींद की तैयारी करते हैं.

यह वक्त भी ऐसा वक्त है जब आप ऐसे कामों को कर सकते हैं जो सीधे तौर पर आपको एकाग्रता की जिसमें जरूरत पड़ती है. एकाग्रता तभी अच्छे से मिलती है जब आसपास का वातावरण शांत हो. इसीलिए सुबह के बाद यही एक ऐसा वक्त है जब वातावरण पूरी तरह से शांत होता है और लोग अपने घरों में सोते हैं.

मैं एक इंजीनियरिंग का छात्र रहा हूं और मेरे सारे रूम में रात के 10:00 से 11:00 बजे से अपनी पढ़ाई शुरू करते थे और 3:00 से 4:00 तक अपनी पढ़ाई करते थे और वही मेरे जागने का वक्त होता था.

पढ़ाई करने के लिए बेहतरीन समय की जानकारी

अगर आप चाहते हैं कि आप भी अपने क्लास में टॉपर बने या फिर हर विषय में इंटेलिजेंट बनकर हंड्रेड परसेंट सवालों के जवाब दे और अधिक से अधिक नंबर उठाएं इसके लिए आपको सही टाइम पर अच्छे ढंग से पढ़ाई करनी जरूरी.

हो सकता है आपको आदत हो सुबह ना उठने की. लेकिन मैं आपको यही सलाह दूंगा कि अगर आपको आदत ना भी हो तो आप सुबह उठने की कोशिश करें इसके लिए आप एक काम कर सकते हैं कि रात में जल्दी सो सकते हैं.

रात को अगर आप 10:00 बजे तक आसानी से अपनी नींद 5:00 से 6:00 पूरी कर सकते हैं. अगर इससे भी पहले सो जाते हैं तो और भी अच्छी बात है क्योंकि 4:00 बजे उठ कर पढ़ाई करना इससे बेहतर समय और कोई नहीं हो सकता.

इसके अलावा जब एग्जाम का टाइम होता है उस वक्त ऐसे भी नींद उड़ तो ऐसे टाइम में आप यह कर सकते हैं कि जितनी जल्दी हो सके खाना खाकर सो जाएं और सुबह जल्द से जल्द अपनी नींद पूरी कर के उठ जाएं

इस बात का भी ख्याल रखें कि बिना नींद पूरी कि वे हमें अगर आप उठेंगे तो आपको नींद भी आते रहेंगे और मैंने आप पढ़ाई कर सकेंगे.

अगर आपको इसकी आदत नहीं है तो आपको थोड़ा टाइम लग सकता है इस आदत को अपनाने में. इसके लिए खुद पर जबरदस्ती ना करें आपको अगर सुबह में पढ़ाई नहीं होती है तो थोड़ा अपने शरीर को समय दें और दिन के एग्जाम सोना छोड़ दें तो ऐसे में आप रात को जल्दी सो सकते हैं

सुबह उठकर कभी भी ऐसा मत सोचिए कि आज पहली और आखरी रात सुबह है और आज ही आपको सारी पढ़ाई कर लेनी है. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है बल्कि आपकी जितनी कैपेसिटी है आप क्षमता के अनुसार ही पढ़ाई करें.

कम तो कम ही सही तो पिक को समझ कर तैयार करें ताकि यह टॉपिक आपको अच्छे से और लंबे टाइम के लिए याद हो जाए.

अभी जो आपको बताने जा रहा हूं उस चीज की गांठ बांध लें और इसे अपनाकर आप अपनी पढ़ाई की शैली में गजब की बदलाव देखेंगे.

पढ़ने का सबसे बेहतरीन और मास्टर ट्रिक

आप जिस भी विषय की पढ़ाई करें उसे इस फार्मूले के तहत अपनाएं:

  1. अध्ययन
  2. चिंतन
  3. मनन
  4. लेखन

1. अध्ययन

किसी भी विषय को शुरुआती के समय में ध्यान लगाकर पढ़ें. किसी भी नए टॉपिक को जब हम ध्यान लगाकर पढ़ते हैं तो इसे ही अध्ययन कहा जाता है.

2. चिंतन

माली जी आपने आधे घंटे तक अध्ययन किया अब बारी आती है किताब को बंद करने की. इसके बाद आपको उस टॉपिक को अपने दिमाग में सोचा ना है जो आपने अभी-अभी पड़ा है. आपने क्या पढ़ा, यह किस बारे में पढ़ा, इससे आपने क्या सीखा. जो भी आपने पढ़ा उसके बारे में हर तरह के सवाल खुद पूछे और की चिंतन करें. यह प्रोसेस आपके दिमाग में टॉपिक को बैठाना शुरू कर देगा.

3. मनन

जब आप अपने विषय के बारे में चिंतन करना शुरू करते हैं तो होता क्या है कि शुरुआत में जो भी आप टॉपिक पढ़ते हैं वह एक टूटा फूटा हुआ होता है. इसे संजोने के लिए हम मनन करते हैं. मनन प्रक्रिया के द्वारा टॉपिक हमें लाइन बाय लाइन याद हो जाती है और दिमाग में घर बना लेती है.

इससे यह टॉपिक आपके दिमाग में पूरी तरह से कंक्रीट की तरह जम जाएगा. जो हमेशा पूरी जिंदगी के लिए आप याद रखने में आपकी मदद करेगा.

4. लेखन

आखिर का प्रोसेस है कि हमने जो भी पढ़ा उसे बिना किताब खोले पूरा लिखना है. यहां डरने की बात बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि आपकी नोट्स कोई देखने वाला नहीं . यह प्रक्रिया आपके टॉपिक को आपके दिमाग में इस तरह बैठा देगी जिसे आप पूरी जिंदगी नहीं भूल पाएंगे.

ऊपर यह चार प्रोसेस को अगर आप भली-भांति सही तरीके से फॉलो कर लेते हैं तो मैं यह दावा कर सकता हूं कि आपकी पढ़ाई इतनी जबरदस्त होगी जिससे आप अपने क्लास में टॉपर भी भर सकते हैं.

निष्कर्ष

आज हर इंसान के लिए शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है. लेकिन शिक्षण आयु में कई प्रकार की समस्याएं भी आती हैं. कई छात्र ऐसे होते हैं जो सामान्य स्तर के दिमाग रखते हैं और उसी स्तर से अपनी पढ़ाई को भी पूरी कर लेते हैं. कुछ बच्चे ब्रॉड माइंडेड होते हैं जिनका दिमाग काफी तेज होता है. वहीं कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं जिनके पढ़ाई का स्तर थोड़ा कम होता है और वह पढ़ाई को लेकर बहुत कतराते हैं.

इसके कई कारण भी हो सकते हैं. जैसे कई बच्चों का स्मरण शक्ति बिल्कुल कमजोर होता है. अगर आप अपनी स्मरण शक्ति बढ़ाना चाहते हैं तो हमारा यह लेख याद करने की शक्ति कैसे बढ़ाएं के द्वारा आप अपने दिमाग की क्षमता को बढ़ा सकते हैं.

इस लेख के माध्यम से हमने आपको जानकारी दी कि पढ़ाई करने का सबसे अच्छा समय कौन सा होता है. हम उम्मीद करते हैं कि इस पोस्ट से आपको काफी लाभ होगा. अगर यह पोस्ट पढ़कर आपको कुछ सीखने को मिला होगा तो इसे दोस्तों के साथ में जरूर शेयर करें.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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