प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक सूत्र क्या है? प्लास्टर ऑफ पेरिस के उपयोग

हाथ, पैर या शरीर के किसी भी हिस्से में जब फ्रैक्चर होता है तो प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं की प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का रासायनिक सूत्र क्या है?

इसके अंतर्गत आने वाले विभिन्न प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियां आपको देने जा रहे हैं.

प्लास्टर ऑफ पेरिस रसायनिक तत्व है जिसका रासायनिक नाम कैल्शियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट होता है जो प्राय: जिप्सम के गर्म होने से बनता है.

प्लास्टर ऑफ पेरिस क्या होता है? 

प्लास्टर ऑफ पेरिस सफेद रंग का चूर्ण के प्रति दिखने में प्रतीत होता है जो निर्जलित्त  जिप्सम होता है, जब इस जिप्सम को 1000 से 1900 डिग्री सेल्सियस में उस्मा प्रदान की जाती है उस दौरान जिप्सम में उपस्थित जल की मात्रा का तीन चौथाई जल ऊष्मा अवशोषित कर लेती है.

जिसके पश्चात जिप्सम का जो अवशेष बचता है उसे ही प्लास्टर ऑफ पेरिस के नाम से जाना जाता है, जिसका रासायनिक नाम कैलशियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट होता है.

इसका नाम प्लास्टर ऑफ पेरिस इसलिए रखा गया क्योंकि इसके निर्माण में उपयोग किए गए जिप्सम पेरिस से मिलता है.

प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक नाम 

प्लास्टर ऑफ पेरिस जिप्सम से प्राप्त होने वाला रासायनिक पदार्थ है जिसका उपयोग हमारे जीवन में बहुत ही आवश्यक कार्यों के लिए किया जाता है.

प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक सूत्र कैलशियम सल्फेट और जल से मिलकर बना होता है.

(CaSO4).1/2 H2O.

प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक नाम “कैलशियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट” होता है.

प्लास्टर ऑफ पेरिस कैसे तैयार किया जाता है?

प्लास्टर ऑफ पेरिस सफेद रंग का चुनाव होता है जो जिप्सम से प्राप्त किया जाता है. जब जिप्सम को 300 डिग्री फॉरेनहाइट के तापमान पर गर्म किया जाता है तो उस दौरान जिप्सम के जल अवशोषित हो जाते हैं तत्पश्चात हमें प्लास्टर ऑफ पेरिस प्राप्त होता है.

प्लास्टर ऑफ पेरिस के निर्माण की रसायनिक प्रक्रिया:- 

2(CaSO4.2 H2O)——-300 degree Fahrenheit —- 2(CaSO4).2H2O+ 2 H2O.

प्लास्टर ऑफ पेरिस का निर्माण करने के लिए जिप्सम को 300 डिग्री फॉरेनहाइट के तापमान पर गर्म किया जाता है उस दौरान जिप्सम में उपस्थित जल की मात्रा अवशोषित हो जाती है.

तत्पश्चात जिप्सम प्लास्टर ऑफ पेरिस में परिवर्तित हो जाता है जिसे हम कैलशियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट भी कहते हैं.

यदि आपको प्लास्टर ऑफ पेरिस को  जिप्सम में परिवर्तित करना है तो इस प्रक्रिया को करने के लिए आपको सूखे प्लास्टर ऑफ पेरिस में जल की मात्रा मिश्रण करनी होगी इसके द्वारा ही सूखे प्लास्टर ऑफ पेरिस वापस जिप्सम में परिवर्तित हो जाएगा.

प्लास्टर ऑफ पेरिस के कितने प्रकार होते हैं?

प्लास्टर ऑफ पेरिस तीन प्रकार के होते हैं:- 

  • जिप्सम प्लास्टर
  • सीमेंट प्लास्टर
  • चुना प्लास्टिक

1. जिप्सम प्लास्टर 

 इस जिप्सम प्लास्टर को बनाने के लिए,जिप्सम को 300 डिग्री फारेनहाइट के तापमान पर गर्म किया जाता है तब जाकर जिप्सम प्लास्टर होता है.

यदि इस जिप्सम को 992 डिग्री फारेनहाइट के तापमान पर गर्म किया जाए तब हमें निर्जलित जिप्सम प्राप्त होगा.

जिप्सम प्लास्टर से जिप्सम बनाने के लिए, जिप्सम प्लास्टर में पानी मिश्रण करना होगा तब जाकर हमें जिप्सम प्लास्टर से जिप्सम प्राप्त होगा.

2. सीमेंट प्लास्टर 

जब कोई प्लास्टर के साथ सीमेंट पानी तथा रेत को मिलाया जाता है तब वह सीमेंट प्लास्टर बन जाता है. इसका उपयोग हम चिकनी सता प्राप्त करने के लिए करते हैं.

3. चुना प्लास्टर

जब कैल्शियम हाइड्रोक्साइड के साथ रेत तथा भराव से संबंधित पदार्थों का मिश्रण किया जाता है तो उसे चुना प्लास्टर कहते.

चूना पत्थर को चुनाव में परिवर्तित करने के लिए इस चुने पत्थर को गर्म किया जाता है और गर्म करने के दौरान इस में जल की मात्रा मिश्रित की जाती है जिससे हमें चुना प्राप्त होता है. जिसे हम सफेद पाउडर या वेट पुट्टी के नाम से जानते हैं.

प्लास्टर ऑफ पेरिस के अनुप्रयोग

प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में अनेक प्रकार से की जाती है जैसे सजावट की सामग्री में, मूर्तिकला में, चिकित्सक तथा दंत चिकित्सक इत्यादि में प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग जाता है.

चिकित्सा के क्षेत्र में प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग 

चिकित्सा के क्षेत्र में प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग काफी अधिक मात्रा में किया जाता है क्योंकि अस्पतालों में बहुत से ऐसे मरीज आते हैं जिनके या तो पैर टूटे हुए होते हैं यहां टूटे हुए होते हैं या कमर टूटे हुए होते हैं.

इन सभी चीजों में प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग हड्डियों के समीप कास्ट डालने के लिए किया जाता है जिससे उनका टूटा हुआ हड्डी ठीक हो जाता है.

प्लास्टर ऑफ पेरिस हड्डियों को कठोरता और सहायता प्रदान करता है जिससे टूटी हुई हड्डी कुछ समय में ठीक हो जाती है.

रेडियोथैरेपी में इसका उपयोग

रेडियोथैरेपी में प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग रोगियों के गर्दन और सिर के छाप विकसित करने के लिए किया जाता है. प्लास्टर पेस्ट का उपयोग प्लास्टर डमी बनाने के साथ-साथ हड्डियों को भरने में किया जाता.

भवन निर्माण में प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग

बारिश का उपयोग भवन निर्माण ने किया जाता है जिसमें पेंटिंग से पहले भवन में बनाए गए दीवारों और छतों के ऊपर चिकनी सतह बनाने के लिए इस प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग किया जाता है. के साथ-साथ इसका उपयोग फायरप्रूफिंग में भी चिकनी सत्ता बनाने के लिए किया जाता है.

सजावट तत्वों में इसका उपयोग

प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग सजावट से संबंधित सामग्रियों को बनाने में किया जाता है और इससे बनाए गए सजावटी तत्व घरों का शोभा बढ़ाती है.

बहुत से ऐसे सजावट की सामग्री होती है जो प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनाई जाती है जो दिखने में बहुत ही आकर्षित रुक्का पदार्थ होता है जिससे घर की शोभा बढ़ती है.

इसके साथ-साथ इसका प्रयोग पेंट करने से पहले घर के दीवारों और छतों में चिकनी सतह बनाने के लिए की जाती है.

इन सभी के साथ-साथ प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग मोल्डिंग और कास्टिंग एजेंसी किया जाता है.

अग्नि रोधक में इसका उपयोग

प्लास्टर ऑफ पेरिस अग्नि प्रतिरोधक तत्व है जिस कारण से इसका उपयोग अग्नि से सूरत प्रदान करने वाले पदार्थों को बनाने में किया जाता है.

प्लास्टर ऑफ पेरिस आग को बढ़ने से रोकता है क्योंकि इस प्रक्रिया में प्लास्टर ऑफ पेरिस जल का निर्वहन करती है.

स्टील पदार्थों को टूटने से बचाने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग किया जाता है क्योंकि प्लास्टर ऑफ पेरिस उस्मा का प्रतिरोधक तत्व है जो उस पदार्थ में उस्मा का परिवहन धीमा करता है जिससे वह पदार्थ टूटने से बच जाता है.

कला तथा शिल्प 

प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग कला तथा शिल्प इत्यादि में किया जाता है इसके साथ साथ कलाकारों के द्वारा बनाए गए मूर्ति इत्यादि में इसको प्रयोग में लाया जाता है.

इसके साथ साथ चित्रकारों और कलाकारों के द्वारा आकर्षित पेंटिंग और डिजाइन बनाने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग किया जाता है.

दफन सेवाएं 

मृत शरीरों के टूटे हुए हिस्से को जुड़ने के लिए तथा घाव को भरने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग किया जाता है.

दंत चिकित्सक में

प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग दंत चिकित्सा में किया जाता है जिसमें दातों को बनाने के लिए किसका प्रयोग किया जाता है. उत्तर तथा दातों की प्रतिकृति बनाने में इसका उपयोग किया जाता है.

3D प्रिंटिंग 

3D प्रिंटिंग में काफी हद तक प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग किया जा रहा है इस 3D प्रिंटिंग में पानी को इंकजेट हेड द्वारा लगाया जाता है.

निष्कर्ष 

प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग बहुत से ऐसे कार्यों के लिए किया जाता है जो हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है जैसे सजावटी पदार्थों को बनाने के लिए, टूटे हुए हड्डी को रिपेयर करने के लिए, दातों की प्रतिकृति बनाने के लिए इत्यादि. 

आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक सूत्र क्या है? तथा इसके अन्य उपयोगों के साथ साथ विभिन्न जानकारी को विस्तार पूर्वक बताएं.

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Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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