मुर्गी फॉर्म बिजनेस कैसे शुरू करें – How to start poultry farm business in hindi?

हमारे देश में लगभग बहुत से ऐसे व्यक्ति हैं जो मुर्गी फार्म का बिजनेस चलाते हैं और कुछ परसेंट ऐसे लोग हैं जो इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं लेकिन उन्हें इनकी स्ट्रेटजी नहीं पता होती इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि मुर्गी फार्म का बिजनेस कैसे शुरू करें (How to start poultry farm business in hindi)?

भारत देश में मुर्गी फार्म का बिजनेस कुछ परसेंट लोग चला रहे हैं. बहुत से लोग इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं लेकिन इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी होती है तभी जाकर यह बिजनेस आपका सक्सेस हो पाएगा.

मुर्गी फॉर्म बिज़नेस शुरू करने से पहले जरुरी जानकारी?

किसी भी बिजनेस को स्टार्ट करने से पहले लक्ष्य तैयार करना आवश्यक है.

जब आप बिजनेस शुरू करने के पहले बिजनेस की सारी योजनाएं तैयार करके रखते हैं और उन सभी योजनाओं को अपने व्यवसाय में फॉलो करते हो तो उससे आपका व्यवसाय बहुत ही अच्छी तरीके से चलेगी जिससे आपको काफी प्रॉफिट मिलेगा.

हालांकि व्यवसाय में प्रॉफिट और लॉस का सिलसिला चलता रहता है लेकिन जो व्यापारी अपनी योजनाओं के तहत व्यवसाय को आगे बढ़ाते हैं उन्हें कम लोश का सामना करना पड़ता है. 

जब आप उत्पादों की क्वालिटी और उसमें लागत खर्च की जानकारी जानेंगे तो आपको पता चलेगा कि हमें कितना पैसा लगाना है जिससे हमें प्रॉफिट हो.

अपने कस्टमर को कैसे अपने से संबंध बढ़ाना है इन सभी को जब आप हैंडल करना जानते हैं तब आपका बिजनेस बहुत ही आगे जाएगा इसलिए बिजनेस को शुरू करने के पहले इन सभी की जानकारी होना आवश्यक है.

Poultry Farm बिजनेस कैसे शुरू करें?

अब चलिए जान लेते हैं कि पोल्ट्री फार्म का बिजनेस कैसे शुरू करें और इसके लिए क्या-क्या चाहिए?

1. योजना तैयार करें:

चाहे कोई भी बिजनेस करें उसके लिए एक फुलप्रूफ प्लान का होना काफी जरूरी है. जिससे कि आपको किसी भी प्रकार के समस्या से निपटने में आसानी हो. बिजनेस की गहराई को समझने के लिए प्लान बनाना जरूरी है.

आप जिस भी क्षेत्र में बिजनेस कर रहे हैं जैसे कि हम यहां पर मुर्गी पालन से जुड़ी जानकारी आपके साथ शेयर कर रहे हैं तो इसके लिए प्लान जो भी बनेगा उसमें छोटे चूज़ों की खरीदारी से लेकर उनके खाने, रहने की व्यवस्था और बड़े होने पर उनको बेचने के लिए मार्केटिंग की जो भी जरूरी जानकारी है, वह जानना बहुत ही आवश्यक हो जाता है.

2. फाइनेंसियल व्यवस्था:

मुर्गी पालन एक प्रकार से कच्चा बिजनेस माना जाता है. इसमें मुनाफा काफी अधिक कमा सकते हैं लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि किसी कारणवश मुर्गियां मरने लगती हैं जिसके कारण नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.

मुर्गी पालन में इन्वेस्टमेंट के रूप में सबसे पहले तो एक शेड बनाने की जरूरत पड़ती है जिसके लिए काफी खर्चा होता है. इसके बाद बायलर मुर्गी के चूजे खरीदने होते हैं जिनकी कीमत भी अच्छी खासी होती है.

मुर्गी के चूजे के दाने और फिर धीरे-धीरे जब इनका आकार बढ़ता है तो इन के दाने भी बदलते जाते हैं तो उसकी खरीदारी में लगने वाला खर्च भी इसमें शामिल है. समय-समय पर शेड की सफाई भी करनी होती है जिसके लिए थोड़ा बहुत खर्च लगता है.

3. सही स्थान का चुनाव करें:

इसमें जो तीसरा कदम है वह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस कदम में आपको एक ऐसे जमीन का चुनाव करना होता है जहां पर आपको मुर्गी फार्म का शेड तैयार करना होता है.

इसके निर्माण में काफी खर्च होता है इसीलिए यह एक ऐसा कार्य है जो एक बार ही किया जा सकता है. तो उस जमीन का चुनाव करने से पहले एक बार आसपास के इलाके को ध्यान से मुआयना कर ले कि क्या यह मुर्गी पालन के लिए उपयुक्त है या नहीं.

अगर आसपास लोगों के घर हैं तो हो सकता है उन्हें दुर्गंध का सामना करना पड़ सकता है और इसके लिए आपको मुसीबत भी हो सकती है. मेरी माने तो आप एक ऐसी जगह का चुनाव करें जो रहने वाले लोगों से थोड़ी दूर हो और खुली वातावरण में वह जमीन हो.

मुर्गियों को पानी पिलाने की समय-समय पर जरूरत होती है इसीलिए जगह ऐसी हो जहां से पानी आसानी से उपलब्ध हो सके. खुली जगह में रोशनी की कमी नहीं होती. अगर बिजली की समस्या होती है तो एक इनवर्टर का भी इंतजाम करके रखें तो ज्यादा अच्छा होगा.

4. पोल्ट्री फार्म का शेड तैयार करें:

जमीन का चुनाव करने के बाद में जो अगला स्टेप है वह है एक बेहतरीन शेड का निर्माण. मुर्गियों को पालने में महत्वपूर्ण चीजें जो है वह है रोशनी और पानी की व्यवस्था.

शेड का निर्माण इस प्रकार से करें कि ज्यादा से ज्यादा एरिया खुला हो. शेड यानि छप्पर के निर्माण के लिए आपको लोहे की जालियों का इस्तेमाल करना होता है जिससे कि शेड पूरी तरह से हवादार हो जाती है और रोशनी भरपूर मात्रा में मुर्गियों को प्राप्त होती है.

पानी पिलाने के लिए जो इक्विपमेंट होते हैं उसको भी सही संख्या में ले ताकी मुर्गियों को पानी पीने में और दाना चुगने में आसानी हो.

5. मुर्गियों का चयन

अगला महत्वपूर्ण स्टेप है मुर्गियों के सही प्रजाति का चुनाव. बाजार में आपको विभिन्न प्रकार के चूजे मिलते हैं लेकिन आपको वैसे मुर्गी के चूजे का चुनाव करना है जो एक सामान्य गति से सही समय पर खाने के लिए तैयार हो जाते हैं.

आमतौर पर ब्रायलर चिकन जो होते हैं उसे इस उद्देश्य के लिए तैयार किया जाता है ना कि अंडे के लिए.

इनके ग्रोथ रेट काफी तेज होती है इसीलिए अगर आप का उद्देश्य कम समय में जल्दी मुर्गियों को बढ़ाना है तो ब्रायलर चिकन बहुत अच्छा साबित होगा. इसके अलावा मुर्गी पालन में अन्य जातियां शामिल है वह निम्नलिखित है: broilers, fryers, roasters, Cockerels, Layers (Layers मुख्य रूप से अंडे के लिए पाला जाता है) .

विभिन्न प्रकार के मुर्गियों के अपने ही अलग फायदे और नुकसान है. इसीलिए आप अपने उद्देश्य के अनुसार चिकन के प्रजाति का चुनाव कर सकते हैं जिससे आपको आप के उद्देश्य को पूरा करने में सहायता मिल सके.

उदाहरण के तौर पर अगर आपको अंडे के लिए पालन करना है तो वैसे मुर्गी आपको रखने होंगे जो ज्यादा अंडे देते हैं. या फिर अगर आपको सिर्फ खाने वाले मुर्गियों को पालना है तो आपको फिर वैसे ही मुर्गियां रखनी होंगी.

6. मुर्गियों के दाने का प्रबंध

मुर्गियों के खाने की अच्छी क्वालिटी और पोषक तत्वों के साथ इनका खाने का दाना होना इनके स्वास्थ्य और इनकी उत्पादक क्षमता बढ़ाने के लिए काफी जरूरी है.

पॉल्ट्री बिजनेस में कम समय में तेज गति से इनके वृद्धि के लिए पोषक तत्वों से भरपूर दाना देना होता है.

भारत में कई ऐसी कंपनियां हैं जो पोल्ट्री चिकन के लिए दाने तैयार करती है, जिसे पोषक तत्व के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है.

मुर्गी दाने में पोषक तत्वों का होना काफी जरूरी है. जो पोल्ट्री न्यूट्रिशन के आधारभूत कॉम्पोनेंटट के रूप में जाने जाते हैं वह निम्नलिखित है:

  • पानी (water),
  • कार्बोहाइड्रेट (carbohydrates),
  • वासा (fats),
  • प्रोटीन (proteins),
  • मिनरल (minerals),
  • विटामिन(vitamins).

इन सभी पोषक तत्वों के सही अनुपात में मिश्रण करके देने से मुर्गियों के स्वसन, पाचन, विकास, प्रजनन और अंडे के उत्पादन में काफी जरुरी होता है.

7. मुर्गियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें

हमेशा अपनी मुर्गियों का खास ख्याल रखें. मुर्गी पालन में इनके सही वृद्धि और उत्पादन के लिए अच्छे रखरखाव का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है. पोल्ट्री फार्म में जो सबसे बड़ा खतरा होता है वह होता है मुर्गियों की लगने वाली बीमारियां.

कई किसान ऐसे होते हैं जो मुर्गी पालन में असफल होते हैं और उसकी सबसे बड़ी वजह होती है मुर्गियों का बीमार होना. मुर्गियों के खाने और रखरखाव में काफी एहतियात बरतने की जरूरत है.

उनके दाने और पीने के पानी को साफ सुथरा रखें और खाने को जो दाना देते हैं उस में पोषक तत्व का होना काफी जरूरी है.

ऐसे दाने खरीदें जो पूरी तरह से सर्टिफाइड कंपनी से बनी हो और पोषक तत्वों से भरपूर हो और मुर्गियों को समय-समय पर टीकाकरण जरूर कराएं और जो दवाइयां देनी होती है उसे भी जरूर दें.

8. मुर्गियों को सेल करने के लिए मार्केटिंग

मुर्गी पालन में सबसे आसान जो काम होता है वह इसकी मार्केटिंग करना. आप बहुत ही आसानी से अपने लोकल बाजार में जाकर उनको बेच सकते हैं इसीलिए आपको इससे जुड़ी किसी भी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है.

अगर आप का लोकल मार्केट आपके स्थान से ज्यादा दूर है तो आप ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आप इस बिजनेस में नए हैं और पोल्ट्री फॉर्म शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले किसी दूसरे पोल्ट्री फार्म को खुद जाकर देखें और उसके बाद छोटी स्केल पर इस बिजनेस की शुरुआत करें.

जब आपको सफिशिएंट नॉलेज हो जाए तब आप इसे कमर्शियल उत्पादन के लिए शुरू कर सकते हैं.

भारत में मुर्गी फॉर्म शुरू करने के लिए खर्च?

यदि आप मुर्गी फॉर्म भारत में शुरू करने के लिए विचार विमर्श कर रहे हैं तो इसके लिए आपको विभिन्न स्तर पर पैसे लगाने होंगे.

हालांकि यह खर्च अन्य बिजनेस की अपेक्षा कम लगता है लेकिन इस बिजनेस में अन्य बिजनेस की अपेक्षा मेहनत बहुत ज्यादा है. लोगों को यह बिजनेस चलाने के लिए अपने अंदर धैर्य संयम और उच्च विचार रखने होंगे.

यदि आप मुर्गी फार्म बिजनेस शुरू करने के लिए सोच रहे हैं तो इस बिजनेस को दो प्रकार से चलाया जा सकता है पहला मांस उत्पादन तथा दूसरा अंडा उत्पादन.

इस बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए आपको सबसे पहले जमीन की खरीदारी करनी होगी क्योंकि इस बिजनेस को चलाने के लिए आपको मुर्गियों का निवास स्थान बनाना होगा और इसे बनाने के लिए आपके पास कुछ स्क्वायर फीट जमीन होनी चाहिए.

मुर्गियों की संख्या पर निर्भर करता है इसके लिए कितना स्क्वायर फिट जमीन चाहिए.

यदि आप 1000 मुर्गियों का पालन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 1050 वर्ग फुट जमीन खरीदनी होगी. 1050 वर्ग फुट जमीन की लागत 1,57,50 0 होती है.

जमीन के बाद अब बात आती है चिकन की तो एक चिकन का प्राइस ₹40 है और आप यदि 1000 चिकन खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए आपको ₹40000 लगेगी. 

मुर्गियों के दाम उनके नस्ल पर आधारित है आप जिस भी तरह के नस्ल की मुर्गी को लेंगे आपको उनके अनुसार उनका रेट लगेगा.

अब आपके पास जमीन के साथ-साथ चिकन भी अवेलेबल हो चुके हैं. इसके बाद आप आगे की प्रक्रिया शुरू करके अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं. 

जमीन के साथ मुर्गियों की खरीदारी करने के बाद आपको इसके पालन पोषण के लिए कुछ मजदूर रखने होंगे.

मजदूर का वेतन:- जब मुर्गी फार्म के लिए जमीन के साथ-साथ मुर्गियों को खरीदते हैं तो उनका पालन पोषण करने के लिए आपको कुछ मजदूर की आवश्यकता होती है 

जिसके द्वारा मुर्गियों का पालन किया जाता है तो अगर मजदूर की कीमत की बात करें, मजदूर का 1 दिन का चार्ज ₹150 होता है यह जितने दिन काम करेंगे उतने दिन को ₹150 देने होंगे.

फार्म शेड तैयार करने का खर्च:- मुर्गियों को रखने के लिए एक फॉर्म बनाई जाती है जिसमें ईट सीमेंट इत्यादि का प्रयोग किया जाता है उस जमीन में एक हॉल बनाया जाता है जो मुर्गी फॉर्म जैसा दिखता है. 

उसमें इन सभी मुर्गियों को रखा जाता है जिसकी देखरेख मजदूरों द्वारा की जाती है और उस होल में बिजली पानी और मुर्गियों के भोजन भी उपलब्ध कराए जाते हैं. यदि 1000 मुर्गियों का पालन पोषण किया जा रहा है तो ऊपर बताए गए सुविधाओं का खर्च 10000 पड़ेगा.

मुर्गी फॉर्म को शुरू करने के लिए आवश्यक दस्तावेज

मुर्गी फॉर्म को शुरू करने के लिए आपके पास कुछ आवश्यक दस्तावेज होने जरूरी है तभी आप इस बिजनेस को स्टार्ट कर सकते हैं.

  • व्यापार लाइसेंस
  • आधार कार्ड, पैन कार्ड
  • बीमा पॉलिसी
  • टैक्स आईडी
  • निगमन प्रमाण पत्र
  • व्यापार की योजना 
  • पालीट्री फ्रॉम बिजनेस परमिट
  • पशु देखभाल मानक.

मुर्गी फार्म बिज़नेस की मैनेजमेंट

बिजनेस के लिए मार्केट ढूंढना:-

अपने बिजनेस के लिए मार्केट ढूंढना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि जब आप मुर्गी पालन करोगे और आपकी मुर्गी तब 45 दिनों में मार्केट मैं बेचने योग्य होगी. 

उसके लिए आपको अपने लोकल मार्केट में अपना संबंध अच्छा रखना होगा क्योंकि लोकल मार्केट में मार्केटिंग ढूंढने से आपको ज्यादा फायदे हो सकते हैं इसलिए मार्केटिंग ढूंढना बहुत ही आवश्यक है.

लोकल मार्केटिंग ढूंढने से आपको ट्रैवलिंग ज्यादा नहीं करनी पड़ेगी और आपका जो उत्पाद है उसे आप सुरक्षित पूर्वक निर्यात कर सकते हैं प्रकार आपको कम लागत में ज्यादा प्रॉफिट प्राप्त होगा.

मुर्गी पालन से हमें दो प्रकार के बिजनेस करने का फायदा होता है पहला अंडा व्यवसाय और दूसरा मांस व्यवसाय. आजकल की जनरेशन में लोग चिकन को ज्यादा पसंद करते हैं.

इसलिए मुर्गी फॉर्म का व्यवसाय करने से आपको अन्य की अपेक्षा ज्यादा प्रॉफिट मिल सकती है. मार्केट में अंडे और चिकन की डिमांड बहुत ज्यादा रहती है और इस प्रकार आप जब इसका निर्यात करते हो तो आपको काफी मात्रा में प्रॉफिट मिलती है.

अपने ग्राहक एवं उपभोक्ता को जाने:-

जब किसी बिजनेस को कोई व्यापारी स्टार्ट करता है तो उसे अपने बिजनेस के लिए अपने ग्राहक और उपभोक्ताओं के साथ संबंध स्थापित करना बहुत ही आवश्यक है.

क्योंकि आपका उत्पाद यानी कि प्रोडक्ट तभी ज्यादा सेल होगा जब आप का संबंध आपके ग्राहक और उपभोक्ता से अच्छा बना रहेगा, संबंध अच्छा रखने के लिए आपको अच्छा प्रोडक्ट सेल करना होगा.  

क्योंकि जब लोगों को अच्छे प्रोडक्ट मिलते हैं तो उनका विश्वास आपके प्रति बढ़ता है और इस प्रकार आपका बिजनेस और तेजी से फैलता चला जाता है इसलिए अपने ग्राहक और उपभोक्ता के बीच में संबंध अच्छा बनाए रखना एक व्यापारी का कर्तव्य है.

एकाउंटिंग और व्यापारिक गतिविधियों पर रिकॉर्ड रखें:-

बिजनेस के लिए अकाउंटिंग और व्यापारिक गतिविधियों पर रिकॉर्ड रखना बहुत ही आवश्यक है जो प्रायः दो तरीके से रखा जा सकता है:-

कैश रसीद:-

आपको अपने पास एक कैश रिसिप्ट रखनी होगी जिससे आप अपने ग्राहकों का सारा डिटेल्स अर्थात पैसे का लेनदेन का सहारा डिटेल्स कैश रिसिप्ट में रख सकते हैं. इससे आप जब चाहे फ्यूचर में पैसों का कैलकुलेशन आसानी पूर्वक कर सकते हैं.

चालान बुक:-

यदि आपके ग्राहक आपसे आपका प्रोडक्ट 1 महीने में लगभग चार-पांच बार खरीदते हैं तो इस प्रकार  वे आपको एक बार में ही पेमेंट करते होंगे इस प्रकार की पेमेंट के लिए आपको चालान बुक रखना आवश्यक है.

इससे आप ग्राहक का डिटेल्स अपने चालान बुक के माध्यम से जान पाएंगे.

क्या पोल्ट्री फार्म बिजनेस सही है?

अगर हम इसकी इनकम की बात करें तो जब मुर्गी फॉर्म शुरू किया जाता है तो उसमें कई प्रकार के खर्च लगते हैं.

जैसे जमीन खरीदना उसमें मुर्गी फार्म बनाना मुर्गियों को खरीदना उसके लिए मजदूरों को रखना इसके साथ साथ बिजली पानी और मुर्गियों का खाना इन सभी की सुविधा प्रदान करना इन सभी में लगभग बहुत पैसे खर्च होते हैं,

लेकिन जब आपकी मुर्गियों की पालन-पोषण होती है और आप इसे मार्केट में जब भेजते हो तो आपको खर्च किए गए पैसों में से ज्यादा इनकम प्राप्त होता है.

यदि आप 1000 मुर्गियों का पालन पोषण कर रहे हैं और इसे आप मार्केट में निर्यात कर रहे हो तो आपको बता दे कि 1 किलो चिकन का मूल्य 150 रुपए हैं एक मुर्गा डेढ़ से 2 किलो का होता है.

एक मुर्गे का कीमत 250 से 300 रुपए का हुआ इस प्रकार यदि आप एक हजार चिकन का निर्यात करते हैं आपकी इनकम 225000 से 300000 होती है. 

इस प्रकार आप इतने इनकम से आराम से मुर्गी फॉर्म परियोजना की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं.इस तरह आप कम पूंजी में ज्यादा पैसे कमा सकते हैं.

मुर्गी फॉर्म के लाभ:-

मुर्गी फार्म के निम्नलिखित लाभ है:-

  • मुर्गी फार्म बनाने के लिए ज्यादा स्क्वायर फिट जमीन की आवश्यकता नहीं होती यदि आपके पास जमीन है तो आप उस जमीन में भी मुर्गी फॉर्म बना सकते हैं.
  • मुर्गी फार्म बनाने के लिए ज्यादा पूंजी की आवश्यकता नहीं होती है यह बिजनेस कम पूंजी में ज्यादा प्रॉफिट प्रदान करता है.
  • यह बिजनेस अच्छी उपज प्रदान करता है अर्थात कम पूंजी में ज्यादा उत्पादन और प्रॉफिट भी ज्यादा  मिलता है.
  • इस बिजनेस के लिए आपको आसानी से लाइसेंस मिलता है जिसमें किसी प्रकार की दौड़ धूप करने की आवश्यकता नहीं होती.
  • इसे आप आसानी पूर्वक मार्केटिंग कर सकते हैं अर्थात इसके निवेश से आपको तुरंत कैश मिलता है.

निष्कर्ष

हमारे देश में बहुत से लोग मुर्गी फार्म का बिजनेस करके अधिक इनकम प्राप्त करते हैं यह बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसमें कम पूंजी में अधिक प्रॉफिट मिलता है. 

तो आपने हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से आज जाना की मुर्गी फॉर्म बिजनेस कैसे शुरू करें?

उम्मीद है आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो .

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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