संगमरमर का रासायनिक सूत्र क्या है? संगमरमर के प्रकार तथा उपयोग

संगमरमर को मार्बल्स भी कहा जाता है जो इस धरती पर अनेक रंगों में उपलब्ध है. आज हम आपको बताएंगे कि संगमरमर का रासायनिक सूत्र क्या होता है?

संगमरमर एक पत्थर है जो विभिन्न प्रकार के रंगों में पाया जाता है, खासकर सफेद रंग के मार्बल का उपयोग इमारत या मंदिर बनाने के लिए किया जाता है. 

प्राचीन काल में यूनानी और मित्र देशों में संगमरमर से इमारते और मंदिर बनाई गई थी. यहां तक कि हमारे देश के अद्भुत स्थल जिनका नाम ताजमहल है इस महल को भी वाइट संगमरमर से बनाया गया है जो दिखने में आकर्षित तथा अधिक लोकप्रिय है.

संगमरमर क्या है?

संगमरमर विभिन्न रंगों का पत्थर होता है जिसका उपयोग कई प्रकार के इमारते और मंदिर बनाने के लिए की जाती है इसलिए वस्तु कारक और शिल्पकारो को संगमरमर अधिक प्रिय लगता है . 

संगमरमर को मार्बल भी कहा जाता है यह विभिन्न रंगों के चट्टान के रूप में धरती पर उपलब्ध  है जो प्रायः नीले हरे काले पीले सफेद लाल नारंगी एवं अन्य विभिन्न प्रकार के रंगों में पाया जाता है.

विभिन्न प्रकार के आकर्षक संगमरमर जो अलग-अलग रंगों के होते हैं उन मार्बल्स को मार्केट में अधिक दामों में बेचे जाते हैं. 

मार्बल्स के चट्टानों को टुकड़ों में बात कर अट्रैक्टिव बनाया जाता है जो दिखने में बहुत ही सुंदर प्रतीत होता है जिस कारण उसका डिमांड बढ़ जाता है.

लोग इसे अत्यधिक पैसे देकर खरीदते हैं और इसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के इमारत बनाने में करते हैं, इस खूबसूरत पत्थरों से बनाए गए इमारत दिखने में बहुत ही आकर्षक प्रतीत होता है.

इसलिए आजकल के लगभग सभी घरों में मार्बल बैठाया जाता है जिससे वह घर बहुत ही सुंदर दिखाई देता है.

संगमरमर का रासायनिक सूत्र क्या होता है?

संगमरमर का रासायनिक सूत्र caco3 होता है, जिसे चुने पत्थर से प्राप्त किया जाता है.

संगमरमर जिसे लोग अपने घरों के साथ साथ ऑफिस मंदिर, तथा अन्य इमारत बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, हालांकि संगमरमर विभिन्न प्रकार के रंगों में उपलब्ध है.

लेकिन अधिकतर सफेद रंग के संगमरमर का इस्तेमाल लोगों द्वारा ज्यादा किया जाता है क्योंकि सफेद रंग के मार्बल दिखने में बहुत ही आकर्षक प्रतीत होता है.

संगमरमर का रासायनिक सूत्र हमें क्लास टेंथ में पढ़ना होता है जिसमें इस यौगिक के साथ साथ अनेक प्रकार के यौगिकों की जानकारी जाननी होती है. संगमरमर से संबंधित प्रश्न बोर्ड परीक्षा में आते हैं इसलिए इसकी जानकारी रखना बहुत आवश्यक है.

बच्चों को सभी रासायनिक यौगिकों का नाम और सूत्र याद रखना आवश्यक है क्योंकि केमिस्ट्री के इस चैप्टर से प्रश्न यौगिकों से संबंधित आता है.

इसलिए जिस विद्यार्थी का कमाल केमिस्ट्री सब्जेक्ट में ज्यादा होता है वे आसानी पूर्वक परीक्षा में आए गए क्वेश्चन में योगिको के नाम और सूत्र बना लेते हैं.  

ऐसे बच्चे होते हैं जिन्हें रासायनिक सूत्र और रासायनिक नाम याद नहीं रहते उन बच्चों को इस विषय में इंटरेस्ट बढ़ाकर रासायनिक नाम और सूत्र जानना आवश्यक होता है.

संगमरमर का रासायनिक नाम क्या है?

संगमरमर चूने के पत्थर से प्राप्त किया जाने वाला चट्टान है, इटली में संगमरमर सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है इसके साथ-साथ भारत में मध्यप्रदेश और राजस्थान जैसे राज्य में संगमरमर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.

बहुत से ऐसे बच्चे होते हैं जिन्हें संगमरमर का सूत्र तो पता होता है लेकिन इसका रासायनिक नाम उन्हें नहीं पता होता लेकिन मार्बल्स के सूत्र के साथ-साथ उसका रासायनिक नाम जानना बहुत ही जरूरी है क्योंकि एग्जाम में अधिकतर रसायनिक नाम भी पूछे जाते हैं.

संगमरमर का रासायनिक नाम कैल्शियम कार्बोनेट है क्योंकि यह रासायनिक यौगिक कैल्शियम और कार्बोनेट के अनु का सम्मेलन होता है.

संगमरमर बनाने की प्रक्रिया:-

जब एकवस की मात्रा में कैल्शियम हाइड्रोक्साइड की अभिक्रिया कार्बन डाइऑक्साइड से कराई जाती है तो इस अभिक्रिया के दौरान कैल्शियम कार्बोनेट और जल का निर्माण होता है.

इस प्रकार हमें इस रसायनिक अभिक्रिया से कैल्शियम कार्बोनेट अर्थात संगमरमर प्राप्त होता है.

Ca(OH)2 (aq) +CO2 —– caco3 + H2O

संगमरमर का निर्माण चुने पत्थर से हुआ था, पूर्व समय में, पृथ्वी के अंदर अधिकता और अत्यधिक दाव के कारण चूना पत्थर संगमरमर में परिवर्तित हो गया था जिसके कारण संगमरमर के चट्टान का निर्माण हुआ और यह मार्बल्स लोगों द्वारा मशीनों से निकालकर फैक्ट्री में ले जाया जाता है.

इस समय मार्बल्स खुदपन का होता है जिसे पोलिस करके चिकना बनाया जाता है और इस मार्बल्स को छोटे-छोटे टुकड़ों में सुव्यवस्थित ढंग से मशीन के द्वारा काट कर रखा जाता है. 

इस चिकने पन के  संगमरमर का इस्तेमाल लोग अपने घरों के फर्श को चिकना बनाने के लिए करते हैं इसके साथ-साथ दीवारों में भी संगमरमर बैठाया जाता है

संगमरमर के प्रकार एवं उनके खनन क्षेत्र:-

संगमरमर रंगो के आधार पर 9 प्रकार के पाए जाते हैं जो निम्नलिखित हैं:-

हरा संगमरमर- हरे संगमरमर मुख्यता जयपुर में पाए जाते हैं इस राज्य में संगमरमर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होती है.

गुलाबी संगमरमर:- गुलाबी संगमरमर भरतपुर एवं जालौर जिसे रूपी भी कहा जाता है इन जगहों में पाई जाती है.

बादामी संगमरमर:-  बादामी संगमरमर मुख्य तक जोधपुर में मिलती है इसलिए इस रंग के संगमरमर का आर्डर जोधपुर से मंगवाया जाता है बदामी रंग की संगमरमर का उपयोग घरों के दीवारों और फर्श में बैठाने के लिए किया जाता है जो सरफेस को चमकदार बनाता है.

लहरदार संगमरमर- यह संगमरमर राजसमद में पाई जाती है.

सतरंगी संगमरमर:-  सतरंगी संगमरमर पाली या खंदर्रा में अधिक मात्रा में पाई जाती है.

पीला संगमरमर:- पीले रंग का मार्बल जैसलमेर अर्थात पिथंला नामक स्थान में उपलब्ध है.

काला संगमरमर:- जयपुर नामक स्थान जिसे भैंसलाना भी कहां जाता है स्थान में काले रंग का संगमरमर अधिक मात्रा में उपलब्ध होता है इसलिए कई जगहों से काले रंग का संगमरमर इस स्थान से मंगवाए जाते हैं और इस संगमरमर का इस्तेमाल किया जाता है.

दूधिया या सफेद संगमरमर:- मकराना जैसे स्थान पर सफेद रंग के संगमरमर पाए जाते हैं इसलिए सफेद रंग के संगमरमर किस स्थान से मंगवाए जाते हैं. सफेद रंग के संगमरमर ज्यादातर घरों में मंदिर और इमारत बनाने में किया जाता है.

आगरा के ताजमहल भी सफेद मंगवा संगमरमर से ही बनाया गया है जिसका रूप काफी आकर्षक है दिखने में बहुत ही सुंदर प्रतीत होता है.

लाल संगमरमर:-  लाल रंग के मार्बल प्रायः धौलपुर में पाए जाते हैं, जिन लोगों को लाल रंग के संगमरमर से मंदिर या कोई इमारत बनानी होती है इस मार्बल को धौलपुर से मंगवाते हैं. 

प्राचीन काल में मिस्र और यूनानी जैसे देशों में लाल रंग के मार्बल से बहुत से इमारत बनाए गए थे.

संगमरमर का उपयोग

संगमरमर का उपयोग निम्नलिखित है:-

अनेक प्रकार की मूर्तियां विभिन्न रंगों के संगमरमर के द्वारा बनाई जाती है, कुछ मूर्तियां सफेद रंग के संगमरमर से बनाई जाती है तो कुछ मूर्तियां काले तथा लाल मार्बल से बनाई जाती है एवं कुछ मूर्तियों में पीले तथा हरे मार्बल्स का प्रयोग किया जाता है.

इस प्रकार हर एक रंगों के संगमरमर से मूर्तियां बनाई जाती है, जो मूर्ति संगमरमर से बनाई जाती है वह दिखने में बहुत ही सुंदर प्रतीत होती है. 

जिन्हें मुंह मांगे इनाम देकर लोग खरीदते हैं. मूर्तियों के साथ-साथ छोटे-छोटे भगवान के मंदिर भी संगमरमर से बनाई जाती है जिसे अधिकतर कोई खरीद कर अपने घरों में उस छोटे से मंदिर को रखते हैं और उनकी पूजा करते हैं.

घरों को बनाने के लिए लोग संगमरमर का इस्तेमाल करते हैं अभी के जनरेशन में लगभग सभी के घरों में मार्बल टाइल्स बैठाए जाते हैं जिससे घर का रूप दिखने में  सौंदर्य प्रतीत होता है. 

जब घर का निर्माण होता है उस दौरान फर्स्ट एवं छत के साथ-साथ दीवारों में भी मार्बल्स बैठाया जाते हैं, घरों में प्रायः सफेद रंग के मार्बल ज्यादा प्रयोग किए जाते हैं, सफेद रंग के मार्बल मकराना स्थान में ज्यादा पाए जाते हैं जिस कारण मकराना स्थान से ऑर्डर देकर सफेद मार्बल को  मंगवाया जाता है.

बड़े-बड़े मंदिरों को बनाने में मार्बल्स का प्रयोग किया जाता है आजकल के अधिकतम मंदिर में मार्बल बैठाये जाते हैं मार्बल्स बैठाने से मंदिर की सुंदरता बढ़ जाती है बहुत ही आकर्षक दिखती है.

संगमरमर अर्थात मार्बल का रेट क्या है?

संगमरमर जिसे मार्बल या टाइल्स कहा जाता है जिसका उपयोग करो मूर्ति और मंदिर बनाने में अधिकतर किया जाता है.

मार्बल्स का दाम ₹45 पर स्क्वायर फीट होता है. जिसे लोग अपने आवश्यकता अनुसार खरीदते हैं.

मार्बल्स कहां कहां पाया जाता है?

इटली देश में संगमरमर अत्यधिक मात्रा में पाई जाती है. भारत में भी संगमरमर पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है, मध्य प्रदेश के के जबलपुर नामक स्थान में संगमरमर अधिक मात्रा में पाया जाते हैं.

इसके साथ-साथ राजस्थान में भी मार्बल्स उत्पादन अच्छा होता है. अमेरिका देश में भी संगमरमर वार्मंट  नामक स्थान में अत्यधिक मात्रा में उपलब्ध है.

मार्बल्स में मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता इसलिए अधिकतर इमारतों को बनाने के लिए मार्बल्स का प्रयोग किया जाता है क्योंकि मार्बल्स ठंडे बरसात एवं गर्मी जैसे मौसम से प्रभावित नहीं होते हैं.

मार्बल्स में 99 परसेंट कैल्शियम कार्बोनेट की मात्रा पाई जाती है एवं रंग बिरंगी संगमरमर में एलमुनियम और मैग्नीशियम का योगिक पाया जाता है जिस कारण से उनका रंग अलग-अलग होता है.

अर्थात कहा जाए तो मार्बल्स में उपलब्ध,एलमुनियम और मैग्नीशियम के यौगिक के कारण इनका रंग विभिन्न का होता.

निष्कर्ष

आज की जनरेशन में मार्बल्स का इस्तेमाल अत्यधिक किया जा रहा है, आज हमने आपको बताया कि मार्बल्स का रासायनिक सूत्र क्या होता है? 

इसके साथ साथ मार्बल के प्रकार और उपयोग भी हमने बताया. आशा है आपको संगमरमर से संबंधित जानकारी अच्छे से समझ आई होगी.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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