आर्किटेक्ट कैसे बने – कोर्स, फीस, सैलरी और करियर डिटेल्स

क्या आपने कभी किसी खूबसूरत इमारत को देखकर मन में सोचा है — “वाह, ये डिजाइन किसने बनाई होगी?”
वो शख्स होता है आर्किटेक्ट — जो किसी सपने को कागज़ पर उतारकर उसे हकीकत में बदल देता है।

आज हर कोई अपने घर को यूनिक और स्टाइलिश बनवाना चाहता है, लेकिन उस सौंदर्य के पीछे छुपा होता है एक क्रिएटिव माइंड, जो हर दीवार के पीछे एक सोच रखता है।
अगर आपके अंदर डिजाइनिंग का शौक है, चीज़ों को सुंदर और स्मार्ट तरीके से बनाने की समझ है — तो आर्किटेक्चर आपके लिए ही है।

आर्किटेक्ट क्या होता है?

आर्किटेक्ट वह व्यक्ति होता है जो किसी भी इमारत, घर, ऑफिस या बड़े प्रोजेक्ट का डिजाइन, प्लान और सुपरविज़न करता है।
वो सिर्फ नक्शा नहीं बनाता, बल्कि यह भी तय करता है कि इमारत मजबूत, सुरक्षित और आकर्षक कैसे बने।

चाहे कोई ऊँची बिल्डिंग हो, मॉल हो, स्कूल हो या हॉस्पिटल — हर जगह एक आर्किटेक्ट की भूमिका अहम होती है।
वो हर स्टेप पर शामिल रहता है — डिज़ाइन तैयार करने से लेकर साइट पर निगरानी तक।

आर्किटेक्ट का काम क्या होता है?

आर्किटेक्ट का काम सिर्फ डिजाइनिंग तक सीमित नहीं है। ये पेशा क्रिएटिविटी, तकनीक और जिम्मेदारी का मिश्रण है।
आइए जानते हैं एक आर्किटेक्ट के मुख्य कार्य:

  1. क्लाइंट से बातचीत करना – हर प्रोजेक्ट की शुरुआत क्लाइंट की जरूरत समझने से होती है।
  2. डिज़ाइन और लागत तय करना – बिल्डिंग की रूपरेखा और बजट का अनुमान लगाना।
  3. स्ट्रक्चर प्लानिंग और सुरक्षा – हर डिज़ाइन को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित बनाना।
  4. वर्कर्स को गाइड करना – साइट पर ड्रॉइंग के मुताबिक काम हो रहा है या नहीं, इसकी देखरेख।
  5. कॉन्ट्रैक्ट मैनेज करना – प्रोजेक्ट के कानूनी और प्रशासनिक हिस्से को संभालना।
  6. मार्केटिंग और नए प्रोजेक्ट लाना – कंपनी के लिए नए अवसर ढूंढना और प्रेजेंटेशन देना।

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आर्किटेक्ट कैसे बने?

भारत में आर्किटेक्ट बनने के लिए आपको B.Arch (Bachelor of Architecture) कोर्स करना होता है।
यह एक 5 साल का डिग्री प्रोग्राम है, जिसमें डिजाइनिंग, स्ट्रक्चर, इंजीनियरिंग और आर्ट्स का कॉम्बिनेशन सिखाया जाता है।

🏫 पात्रता (Eligibility)

  • 12वीं में Physics, Chemistry और Mathematics विषय होना जरूरी है।
  • कम से कम 50% अंक अनिवार्य हैं।
  • जो छात्र डिप्लोमा इन आर्किटेक्चर (3 साल) करते हैं, वे भी B.Arch में प्रवेश ले सकते हैं।

NATA परीक्षा क्या है?

B.Arch में प्रवेश के लिए आपको NATA (National Aptitude Test in Architecture) पास करनी होती है।
यह परीक्षा आपके ड्रॉइंग, क्रिएटिविटी, लॉजिक और मैथ्स स्किल्स को परखती है।

परीक्षा पैटर्न

  • ड्रॉइंग टेस्ट (2 घंटे) – डिजाइन, स्केचिंग, 2D/3D कंपोज़िशन पर आधारित।
  • ऑनलाइन Aptitude टेस्ट (1.5 घंटे) – मैथमेटिक्स, रीजनिंग और आर्किटेक्चर नॉलेज पर आधारित।

📅 यह परीक्षा हर साल काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर (COA) द्वारा आयोजित की जाती है।

NATA का सिलेबस

विषयमुख्य टॉपिक
Drawing TestScale & Proportion, Perspective Drawing, 3D Design, Color Harmony
PhysicsOptics, Electricity, Atoms, Electromagnetic Induction
ChemistryBonding, Thermodynamics, Organic Chemistry
MathsAlgebra, Geometry, Calculus, Probability
AptitudeSpatial Reasoning, Sets & Relations

B.Arch कोर्स की फीस

कॉलेज के अनुसार फीस अलग-अलग होती है:

  • सरकारी कॉलेज: ₹1.5 लाख – ₹2 लाख (पूरे कोर्स के लिए)
  • प्राइवेट कॉलेज: ₹3 लाख – ₹6 लाख तक

👉 यह भी पढ़ें: 12वीं साइंस के बाद क्या करें – टॉप करियर ऑप्शन

आर्किटेक्ट की सैलरी

आर्किटेक्ट की शुरुआती सैलरी आमतौर पर ₹30,000 – ₹40,000 प्रति माह होती है।
अनुभव बढ़ने के साथ यह ₹1 लाख या इससे भी अधिक तक पहुंच सकती है।

सरकारी सेक्टर में भी आर्किटेक्ट के लिए अच्छे पद और ग्रेड पे स्केल उपलब्ध हैं।

करियर ऑप्शन – कहां मिलती है नौकरी?

B.Arch करने के बाद आप इन पदों पर काम कर सकते हैं:

  • Architect (डिजाइनिंग विशेषज्ञ)
  • Structural Engineer
  • Interior & Spatial Designer
  • Town Planner
  • Heritage Building Consultant
  • Landscape Architect
  • Project Manager

इसके अलावा, आप स्वयं की फर्म भी खोल सकते हैं और स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं।

भारत के टॉप आर्किटेक्चर कॉलेज

  1. स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA), दिल्ली
  2. CEPT यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद
  3. IIT खड़गपुर
  4. IIT रुड़की
  5. जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली
  6. सर जे.जे. कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर, मुंबई

क्यों चुनें यह करियर?

आर्किटेक्चर सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि एक कला और जिम्मेदारी है।
यह करियर उन लोगों के लिए है जो रचनात्मकता, गणित और सौंदर्य का संगम पसंद करते हैं।
हर नए प्रोजेक्ट के साथ आपको कुछ नया सीखने और बनाने का मौका मिलता है।

निष्कर्ष

आर्किटेक्ट बनना सिर्फ इमारतें बनाने का काम नहीं है, यह सपनों को आकार देने की कला है।
अगर आपके अंदर कल्पनाशीलता है, चीज़ों को अलग नजरिए से देखने की क्षमता है — तो यह फील्ड आपको भीड़ से अलग पहचान दिला सकती है।

उम्मीद है कि अब आपको समझ आ गया होगा कि आर्किटेक्ट कैसे बने, क्या पढ़ाई करनी होती है, कितनी फीस लगती है और सैलरी कितनी मिलती है।
अगर यह जानकारी उपयोगी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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